वाशिंगटन : आखिरकार लंबी कानूनी लड़ाई के बाद एब्रेगो गार्सिया की एल साल्वाडोर से अमेरिका वापसी हो गई। ट्रंप प्रशासन ने दो माह पहले स्वीकार किया था कि गलती से अब्रेगो गार्सिया को मैरीलैंड से उनके मूल देश अल सल्वाडोर निर्वासित कर दिया गया है। इस बीच एक संघीय ग्रैंड जूरी ने गार्सिया पर कथित रूप से अवैध प्रवासियों को अमेरिका प्रवेश कराने क आरोप लगाया है।
एबीसी न्यूज के अनुसार, पिछले महीने टेनेसी की संघीय अदालत में सीलबंद आरोप दायर किए गए थे। उन्हें शुक्रवार को खोला गया। इनमें 29 वर्षीय अब्रेगो गार्सिया पर टेक्सास से अवैध प्रवासियों को देश के अंदरूनी हिस्सों में ले जाने का आरोप है। गार्सिया को एल साल्वाडोर से लाकर शुक्रवार शाम टेनेसी के मध्य जिले की अदालत में पेश किया गया। अमेरिकी जज बारबरा होम्स ने उनसे पूछा कि क्या वे अपने खिलाफ आरोपों को समझते हैं। उन्होंने स्पेनिश में कहा- हां। जज ने अगली सुनवाई की तारीख 13 जून मुकर्रर की है। इस अदालत में एब्रेगो गार्सिया पर मुकदमा चलाया जाएगा। गार्सिया अगली सुनवाई तक टेनेसी में संघीय हिरासत में रहेंगे।
अब्रेगो गार्सिया के वकील साइमन सैंडोवल-मोशेनबर्ग ने ऑनलाइन प्रेस ब्रीफिंग में अपने मुवक्किल के खिलाफ लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन सत्ता का दुरुपयोग कर रहा है। उल्लेखनीय है कि गार्सिया के खिलाफ अभियोग चलाने के फैसले के कारण टेनेसी में उच्च पदस्थ संघीय अभियोजक बेन श्रेडर को अचानक पद छोड़ना पड़ा है।
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