नई दिल्ली : दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी (आआपा) नेता सत्येंद्र जैन गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। ईडी ने सत्येंद्र जैन से दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के कुछ सीवेज शोधन संयंत्रों के विस्तार में कथित 1,943 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की है।
आकारिक सूत्रों ने बताया कि सत्येंद्र जैन पूर्वान्ह करीब 11:15 बजे केंद्रीय जांच एजेंसी के दिल्ली मुख्यालय पहुंचे, जहां धन शोधन रोकथाम अधिनियम 2002 (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया जा रहा है। उनसे यह पूछताछ दिल्ली जल बोर्ड से संबंधित कुछ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के विस्तार में भ्रष्टाचार के आरोपों से संबंधित है। केंद्रीय जांच एजेंसी की पूछताछ दिनभर चलने की उम्मीद जताई गई है।
दरअसल, दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने यूरोटेक एनवायरनमेंटल प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसमें पप्पनकला, निलोठी, नजफगढ़, केशोपुर, कोरोनेशन पिलर, नरेला, रोहिणी और कोंडली में 10 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के विस्तार और उन्नयन के नाम पर दिल्ली जल बोर्ड में घोटाले का आरोप लगाया गया है। 1,943 करोड़ रुपये मूल्य की ये चार निविदाएं अक्टूबर, 2022 में विभिन्न संयुक्त उद्यम (जेवी) संस्थाओं को प्रदान की गईं। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने पिछले साल जुलाई में इस मामले में छापेमारी की थी।