जोधपुर : जैसलमेर से जोधपुर आ रही बस में आगजनी की हृदयविदारक दुर्घटना में गुरुवार को एक और घायल ने दम तोड दिया। हादसे में मृतकों की संख्या बढक़र अब 22 हो गई है। तेरह लोग अब भी अस्पताल में भर्ती है, जिनमें आठ लोग गंभीर रूप से है।जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं।
इधर, जोधपुर में डीएनए परीक्षण एवं पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूर्ण होने पर जिला प्रशासन ने शव उनके परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक शव को पूर्ण सम्मान एवं संवेदनशीलता के साथ उनके पैतृक गांव या निवास स्थान तक पहुंचाया जाए। जिला प्रशासन की ओर से प्रत्येक एम्बुलेंस के साथ एक सरकारी कर्मचारी एवं एक पुलिस कांस्टेबल को भेजा जा रहा है, ताकि मार्ग में किसी प्रकार की असुविधा या परेशानी न हो। प्रशासन की प्राथमिकता है कि इस कठिन समय में प्रत्येक परिजन को हरसंभव सहयोग एवं सहायता उपलब्ध कराई जाए। यह संपूर्ण प्रक्रिया संवेदनशीलता एवं मानवीय दृष्टिकोण से की जा रही है। जोधपुर और जैसलमेर दोनों जिलों की टीमें निरंतर संपर्क और समन्वय में हैं, ताकि प्रभावित परिवारों को हर संभव सहयोग समय पर प्राप्त हो सके।
डीएनए परीक्षण के पश्चात नौ शव एम्स हॉस्पिटल में एवं नौ शव महात्मा गांधी अस्पताल जोधपुर में रखे गए हैं, जिनकी पहचान की जा चुकी है। एम्स अस्पताल में जितेश चौहान, महेन्द्र (लवारण), खुशी (लवारण), इरफान खान (बम्बोरों की ढाणी), बरकत खान (बासनपीर), शाहरूख खान (चाम्पला), अयुब खान (बासनपीर), बसीरा (बासनपीर) जसु (कोटड़ी) के शव रखे गए है। महात्मा गांधी अस्पताल में स्वरूप (जोधपुर), गोपीलाल (लाठी), जोगराज सिंह (झलारिया), पार्वती (लवारण), दीक्षा (लवारण), शौर्य (लवारण), दीपक (जैसलमेर), राजेन्द्र सिंह चौहान (जैसलमेर) और हसीना (बम्बोरों की ढाणी) के शव रखे गए है।
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal