महिला आरक्षियों ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को नई ऊंचाई दी : योगी

सीएम ने महिला रिक्रूट आरक्षियों के दीक्षान्त परेड की सलामी ली

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को रिजर्व पुलिस लाइंस में महिला रिक्रूट आरक्षियों के दीक्षान्त परेड की सलामी ली। उन्होंने कि इन महिला आरक्षियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को नई ऊंचाई प्रदान की है। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने विगत 06 माह के दौरान कठिन परिश्रम से जो प्रशिक्षण प्राप्त किया है, वह कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी और पेशेवर पुलिस बल का अभिन्न अंग बनने में सहायता करेगा। किसी भी पेशेवर पुलिस बल की आत्मा उसके प्रशिक्षण में है। योगी ने कहा कि आज जनता के साथ पुलिस का जो नजदीकी सम्बन्ध होना चाहिए, वह कई बार परिस्थितियों के कारण बाधित हो जाता है, लेकिन व्यवस्थित प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मी जब किसी अभियान से जुड़ेंगे तो उनके कार्याें की प्रशंसा होगी। उन्होंने दीक्षान्त समारोह की परेड जैसे कार्यक्रमों में दर्शकों के रूप में बच्चों को बुलाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब वे परेड देखेंगे तो उनके मन में पुलिस बल का हिस्सा बनने की इच्छा उत्पन्न होगी। साथ ही ऐसा करने से आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था के प्रति सजग है। बडे़ पैमाने पर भर्ती किए गए आरक्षियों, सब इन्स्पेक्टरों आदि के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गयी है, क्योंकि प्रभावी प्रशिक्षण उन्हें पेशेवर पुलिसकर्मी बनने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि आज की इस पासिंग आउट परेड की तरह उन्हें विगत 24 नवम्बर को डाॅ. बीआर आंबेडकर उप्र पुलिस अकादमी, मुरादाबाद में उप निरीक्षक नागरिक पुलिस तथा अन्य प्रशिक्षुओं की पासिंग आउट परेड कार्यक्रम में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त हुआ था। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि राज्य सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश पुलिस अब एक प्रभावी पुलिस बल बनने की ओर अग्रसर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पासआउट होने वाली महिला आरक्षी अब पुलिस विभाग के दैनिक कार्याें में सहभागी होने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इनके दायित्व बढ़ गये हैं और इनकी असली परीक्षा की शुरुआत अब हो रही है। उन्होंने सभी महिला आरक्षियों का आह्वान किया कि वे अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी, दृढ़ निश्चय तथा परिश्रम से निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को प्रभावी बनाने में इनकी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है। विशाल पुलिस परिवार की सौम्यता एवं सहृदयता के प्रतीक के रूप में, अब ये महिला आरक्षी समाज में अपनी सकारात्मक उपस्थिति दर्ज कराएं। उन्होंने कहा कि पीड़ित महिलाएं एवं बच्चियां जहां इनके साथ सहज होकर अपनी पीड़ा साझा कर सकेंगी, वहीं उनके प्रति इनका संवेदनशील एवं ममतामयी व्यवहार उनकी पीड़ा को कम करेगा। इससे पुलिस पीड़ित महिलाओं की समुचित मदद कर सकने में समर्थ होगी। साथ ही, समाज में पुलिस के प्रति सकारात्मक भाव भी पैदा होगा, जो विभाग के लिए इन सभी का उल्लेखनीय योगदान होगा।

पुलिस को सक्षम बनाने को नवीन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम विकसित : ओपी सिंह

पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि पुलिस बल को सक्षम बनाने के लिए नवीन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम विकसित किया गया है। उन्हें साइबर क्राइम, विधिक प्रशिक्षण, कम्प्यूटर सहित अन्य आवश्यक विषयोें की जानकारी प्रशिक्षण के दौरान उपलब्ध करायी गयी है। पुलिस को जनोन्मुखी बनाये जाने की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। गौरतलब है ​कि आज की पासिंग आउट की परेड में 677 महिला आरक्षी शामिल थीं, जिनमें लखनऊ पुलिस लाइंस में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली 389 महिला आरक्षी तथा सीतापुर पुलिस लाइंस में 288 प्रशिक्षाणार्थी शामिल हैं। कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री चेतन चैहान, जल शक्ति मंत्री डाॅ. महेन्द्र सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा, ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल, महापौर संयुक्ता भाटिया, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी सहित बड़ी संख्या में पासिंग आउट महिला आरक्षियों के परिजन तथा स्कूली बच्चे भी मौजूद थे।

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