
काबुल। काबुल में गुरुवार को हुए धमाके में मारे गए लोगों में 28 तालिबानी भी थे। एक तालिबानी अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि हमने अमेरिकियों से अधिक अपने लोगों को खोया है। उन्होंने कहा कि विदेशी बलों के देश छोड़ने की समय सीमा 31 अगस्त को बढ़ाने के पीछे अब कोई कारण नहीं बचा है।
दरअसल, गुरुवार को हुए विस्फोटों में कम से कम 13 अमेरिकी सैनिक और तालिबान सदस्यों सहित हवाई अड्डे के बाहर कई लोग मारे गए।
अफगानिस्तान से अमेरिकी लोगों की वापसी के अभियान की निगरानी कर रहे जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा कि इन हमलों के बाद भी अमेरिका अपने नागरिकों एवं अन्य को अफगानिस्तान से निकालना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं और अफगानिस्तान से बाहर जाने के इच्छुक लोगों को निकालने के लिए वैकल्पिक मार्ग इस्तेमाल किए जा रहे हैं। करीब 5,000 लोग हवाई अड्डे पर उड़ानों का इंतजार कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि काबुल हवाई अड्डे पर गुरुवार को दो धमाके हुए। आतंकी समूह आईएसआईएस ने समूह के टेलीग्राम अकाउंट पर काबुल हवाई अड्डे पर हुए घातक दोहरे हमले की जिम्मेदारी ली है। इन हमलों में अमेरिका के कई सैनिकों की भी मौत हुई है।
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