आत्म निर्भर बनने के लिए बेटियों का शिक्षित होना बेहद जरूरी

बाराबंकी । महिलाओं को आत्म निर्भर होने के लिए अधिक से अधिक जानकारियों को हासिल करना चाहिए। यदि समाज में रहन-सहन और शिक्षा व योजनाओं की जानकारी होती है तो महिलाओं में हीन भावना अपने आप खत्म हो जाती है। यह बाते चाइल्ड लाइन 1098 की टीम द्वारा बनीकोडर, ब्लाक के ग्राम छन्दवल में आयोजित ओपेन हाउस मीटिंग व मिशन शक्ति अभियान की जागरूकता कार्यक्रम में पुलिस चौकी प्रभारी सुनील कुमार त्रिपाठी ने व्यक्त किये।

इस कार्यक्रम में चाइल्ड लाइन के निदेशक रत्नेश कुमार ने बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने में ग्राम बाल संरक्षण समितियों के योगदान को बताया और कहा कि बच्चों के संरक्षण और उनके विकास की योजनाओं की जानकारी नही होने पर गांव के लोग योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। निदेशक ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं, बच्चों का संरक्षण एवं उनके उचित विकास के लिए बच्चों को अवसर देना सभी माता-पिता का दायित्व है।

निदेशक ने बताया कि जब भी कोई बच्चा किसी विषम परिस्थितियों में मिले तो उसकी मदद के लिए चाइल्ड लाइन 1098 टोल फ्री नम्बर पर फोन कर उसकी मदद कर सकते हैं। यह नम्बर बच्चे की जिन्दगी बदल सकता है। कार्यक्रम में महिला कल्याण विभाग से महिला शक्ति केन्द्र की प्रबंधक रूचि शर्मा ने विभाग की योजनाओं मुख्यमंत्री कन्या सुमन्गला योजना के बारे में विस्तार से बताया। इस योजना में मिलने वाले लाभ और फार्म भरने की प्रक्रिया बताकर जिन बालिकाओं का फार्म नही भरा गया है उनका फार्म भराने के लिए प्रधान प्रतिनिधि और आंगनवाड़ी कार्यक्रत्री को फार्म उपलब्ध कराया। वहीं जिला बाल संरक्षण इकाई की सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका रावत ने विभाग की स्पांसरशिप योजना एवं मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में बताया। कहा कि मार्च, 2020 के बाद जो बच्चे कोरोना के संक्रमण प्रभावित हुए हैं ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता अथवा माता-पिता में कोई एक की कोरोना के कारण मृत्यु हो गई है उन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ दिये जाने की योजना है।

सहायक ब्लाक संसाधन केन्द्र समन्वयक प्रमोद कुमार ने सरकारी स्कूलों से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताते हुए अन्य योजनाओं की जानकारी दी। चाइल्ड लाइन टीम लीडर अवधेश कुमार ने आपातकालीन स्थिति में हेल्पलाइन नम्बरों चाइल्ड लाइन 1098, महिला हेल्पलाइन 181, वूमेन पावर लाइन 1090 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 एवं आकस्मिक चिकित्सा के नम्बर 108, 102 व पुलिस सहायता हेतु 112 नम्बरों पर फोन कर मदद लेने की जानकारी दी।

इस मौके पर प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार यादव, प्रधानाध्यापिका शमीम बानो, दीवान रामबदन शर्मा, कान्सटेबल विष्णु तिवारी, कपिल कुमार, रोहित कुमार, कोटेदार अशोक कुमार मिश्रा, आशा बहू, प्रेमावती पाल आंगनवाड़ी कार्यकत्री रेनू दीक्षित शिक्षामित्र सरिता सिंह सहायक अध्यापक पुरूषोत्तम, मोहम्मद जहीर, सामाजिक कार्यकर्ता अमरजीत, गयाबक्श सिंह, जोगेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र कुमार गौतम व चाइल्ड लाइन टीम से अखिलेश कुमार, अंजलि जायसावाल, राम कैलाश सहित गांव की तमाम महिलाएं एवं बच्चे मौजूद रहे।

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