नई दिल्ली, राघवेन्द्र प्रताप सिंह । दिल्ली में डिजिटल इंडिया पुरस्कारों के सातवां संस्करण के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डिजिटल नवाचारों का प्रमुख उद्देश्य सामाजिक न्याय होना चाहिए ।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि डिजिटल इंडिया पुरस्कार 2022 न केवल सरकारी संस्थाओं बल्कि स्टार्टअप्स को भी डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए स्वीकार, प्रेरित और प्रोत्साहित करता है।
भारतीय राष्ट्रपति ने कहा कि यह पुरस्कार भारत को एक डिजिटल रूप से सशक्त समाज में बदलने की दिशा में एक कदम हैं, जहां डिजिटल शासन प्रणाली के प्रभावी उपयोग से लोगों की क्षमता का पता चलता है।
सामाजिक न्याय डिजिटल नवाचारों का उद्देश्य रहे :
राष्ट्रपति ने कहा कि सामाजिक न्याय डिजिटल नवाचारों का प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत एक ज्ञान अर्थव्यवस्था के रूप में तभी विकसित होगा जब प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से डिजिटल असमानता को काफी हद तक पाट दिया जाएगा।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत डिजिटल अंत्योदय की हमारी यात्रा में समाज के कमजोर और हाशिए पर रह रहे वर्गों को शामिल करने, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों को मजबूत करने का सही उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि नई मेड-इन-इंडिया तकनीकों का निर्माण करके देश को सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर उत्पादों के लिए वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए ईकोसिस्टम को सक्षम बनाना चाहिए।
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