दूर्गा पूजा से पहले बांग्लादेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. जिसका असर पश्चिम बंगाल में दिखाई देगा. बांग्लादेशी नई सरकार का क्या फैसला है, पढ़ें पूरी खबर
ऐसे खाते हैं इलिश
बंगाली लोग दुर्गा पूजा के वक्त, खिचड़ी के साथ इलिश खाना पसंद करते हैं. प्रतिबंध सेना समर्थित सरकारों ने लगाया है. हालांकि, शेख हसीना के समय पर आसानी से हिलसा मछलियां भारत आ जाती थी.
निर्यात पर प्रतिबंध का यह है कारण
हिलसा मछली के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का कारण भी सामने आया है. बांग्लाेशी मत्स्य पालन और पशुधन मंत्रालय के सलाहकार फरीदा अख्तर ने बताया कि स्थानीय उपभोक्ताओं के लिए आपूर्ति सुनिश्चित करने के मकसद से सरकार ने प्रतिबंध लगाया है. अख्तर ने कहा कि हम इलिश के निर्यात के लिए अनुमति नहीं दे सकते हैं. हमारे अपने लोग मछलियों को खरीदेंगे. इसलिए दुर्गा पूजा के वक्त इलिश के निर्यात को रोकने का निर्देश दिया है.
सबसे ज्यादा इलिश बांग्लादेश में
बांग्लादेश में इलिश मछली का सबसे अधिक उत्पादन होता है. दुनिया की 70 प्रतिशत इलिश मछलियां बांग्लादेश में ही होती हैं. यह बांग्लदेश का गौरव भी है. इलिश ही बांग्लादेश की राष्ट्रीय मछली है.
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