लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में अधिक तेजी थी। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 222.50 अंक या 0.41 प्रतिशत की तेजी के साथ 53,899 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 96.15 अंक या 0.56 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,353.95 पर बंद हुआ।
कारोबारी सत्र में बढ़ने वाले शेयरों की संख्या अधिक थी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 2,144 शेयर हरे निशान में, 1,808 शेयर लाल निशान में और 112 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
आईटी, पीएसयू बैंक, मेटल, रियल्टी, एनर्जी, इन्फ्रा, कमोडिटी, पीएसई, सर्विसेज और ऑयल एंव गैस इंडेक्स हरे निशान में और ऑटो, फिन सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी और मीडिया लाल निशान में बंद हुए।
सेंसेक्स पैक में जोमैटो, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, कोटक महिंद्रा, मारुति सुजुकी, टेक महिंद्रा, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अदाणी पोर्ट्स, एसबीआई, एचसीएल टेक और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप गेनर्स थे। एमएंडएम, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स, नेस्ले, सन फार्मा और एशियन पेंट्स टॉप लूजर्स थे।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 14 जनवरी को 8,132.26 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 7,901.06 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
बाजार के जानकारों ने कहा कि एफआईआई का आउटफ्लो बढ़ने, डॉलर की मजबूती और यूएस बॉन्ड यील्ड के बढ़ने के कारण घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। अमेरिका में महंगाई के डेटा से पहले बाजार सर्तक बने हुए हैं। कच्चे तेल की कीमत बढ़ने का असर भी निकट भविष्य में घरेलू बाजार में देखने को मिल सकता है।
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