समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मिस्र के राष्ट्रपति कार्यालय के एक बयान के हवाले से बताया कि दोनों नेताओं ने मंगलवार को फोन पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने गाजा में तत्काल युद्ध विराम की आवश्यकता, इजरायली जमीनी घुसपैठ को समाप्त करने और मानवीय सहायता की आपूर्ति को सुनिश्चित करने की बात की।
सीसी ने फिलिस्तीनियों को उनकी भूमि से विस्थापित करने के किसी भी प्रयास के प्रति मिस्र के विरोध की पुष्टि की। बयान के अनुसार, सांचेज ने गाजा के पुनर्निर्माण के लिए अरब नेतृत्व वाली योजना का समर्थन किया और फिलिस्तीनियों के जबरन विस्थापन या उनके उद्देश्य को कमजोर करने के किसी भी कदम को अस्वीकार करने में मिस्र के साथ स्पेन की स्थिति को संरेखित किया।
स्पेन के प्रधानमंत्री सांचेज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान में मिस्र के राष्ट्रपति के साथ अपनी चर्चा की पुष्टि की और युद्ध विराम की तत्काल बहाली तथा दो-राज्य समाधान के आधार पर क्षेत्र में शांति और स्थिरता प्राप्त करने के लिए वार्ता की मेज पर लौटने का आह्वान किया। सांचेज ने कहा, विनाश और मौत का यह दुखद चक्र अवश्य समाप्त होना चाहिए।
दोनों नेताओं ने सीरिया और लेबनान की स्थिति पर भी चर्चा की तथा दोनों देशों की स्थिरता एवं क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने की जरूरत पर बल दिया।
इजरायल ने 19 जनवरी को हमास के साथ हुए युद्ध विराम समझौते के विफल होने के बाद 18 मार्च को गाजा में हमले फिर से शुरू किए। इसके बाद इजरायली सेना ने गाजा के दक्षिणी, उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में जमीनी अभियान शुरू किया। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस संघर्ष में 792 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
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