नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को नई दिल्ली में एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष मसातो कांडा से मुलाकात की। उन्होंने इस मुलाकात के दौरान रोजगार सृजन सहित एकीकृत ग्रामीण समृद्धि पहल के लिए अधिक समर्थन मांगा।
वित्त मंत्रालय ने ‘एक्स’ पोस्ट में बताया है कि वित्त मंत्री ने एडीबी अध्यक्ष मसातो कांडा से मुलाकात की। इस दौरान हुई चर्चा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत विजन के अनुरूप भारत-एडीबी साझेदारी को आकार देने पर केंद्रित थी। चर्चा के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत के ‘सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन’ दृष्टिकोण के साथ प्रणालीगत परिवर्तन लाने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ‘बजट प्लस’ और ‘वित्त प्लस’ दृष्टिकोण पर जोर दिया।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने चर्चा के दौरान कहा कि ‘अंत्योदय’ सिद्धांत का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाना है। उन्होंने एडीबी से एकीकृत ग्रामीण समृद्धि उपायों का समर्थन करने को कहा। सीतारमण ने विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण के अनुरूप प्रणालीगत शहरी शासन सुधार, पारगमन उन्मुख विकास, नगर निगम वित्त सुदृढ़ीकरण को प्राप्त करने के लिए बुनियादी ढांचे से आगे बढ़ने पर भी जोर दिया।
एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष मसातो कांडा ने 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के भारत के दृष्टिकोण को समर्थन देने का आश्वासन दिया। उन्होंने भारत के विकास एजेंडे के लिए एडीबी के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया, जिसमें बैंक के अंतरराष्ट्रीय अनुभव का लाभ उठाना और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाना शामिल है। इसके अलावा उन्होंने कौशल विकास, बुनियादी ढांचे, खाद्य प्रणालियों के परिवर्तन और निजी पूंजी का लाभ उठाने सहित भारत के लिए निरंतर समर्थन की प्रतिबद्धता जताई।