काठमांडू : नेपाल की संसद में विपक्षी दलों के लगातार अवरोध के कारण प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का आज संसद में होने वाला संबोधन रद्द कर दिया गया है। प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान विपक्षी दलों का विरोध रोकने के लिए स्पीकर ने प्रयास भी किया था, लेकिन विपक्षी दलों ने उसे अस्वीकार करते हुए अपना विरोध जारी रखने का ऐलान किया है।
नेपाल की संसद में चल रहे बजट सत्र के दौरान आज प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को सांसदों के सवाल के जवाब देने थे। बजट सत्र की शुरुआत से ही विपक्षी दल लगातार सांसद अवरुद्ध कर रहे हैं। इनमें राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी मुख्य हैं। मानव तस्करी मामले में फंसे गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भी विरोध करने का फैसला लिया। स्पीकर देवराज घिमिरे ने दोनों ही विपक्षी दलों को बुलाकर प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान अवरोध नहीं करने का आग्रह किया, लेकिन दोनों ही विपक्षी दलों ने स्पीकर के इस अनुरोध को ठुकरा दिया।
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष डीपी अर्याल ने कहा कि गृह मंत्री के इस्तीफा की मांग से हम पीछे नहीं हटने वाले हैं और जब तक गृहमंत्री का इस्तीफा नहीं हो जाता तब तक संसद में उनका विरोध जारी रहेगा। इसी तरह राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के प्रमुख सचेतक ज्ञानेन्द्र शाही ने प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान विरोध करने के पार्टी के फैसले से अवगत कराया और कहा कि जब तक प्रधानमंत्री अपने गृहमंत्री को बर्खास्त नहीं कर देते हैं, तब तक उनके भाषण सुनने का भी कोई फायदा नहीं है। दोनों दलों के रवैए के कारण अंततः प्रधानमंत्री के संसद में होने वाले संबोधन को रद्द करने की सूचना प्रकाशित कर दी गई है।