नई दिल्ली : लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता और असम प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मानसून सत्र में संसद में भाग लेना चाहिए और देश अहम मुद्दों पर वक्तव्य देना चाहिए।
गौरव गोगोई ने दिल्ली में सर्वदलीय बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री को देश के महत्वपूर्ण मुद्दों, जैसे पहलगाम घटना, चुनाव आयोग की निष्पक्षता, सीमाई सुरक्षा और मणिपुर हिंसा पर स्पष्ट वक्तव्य देना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसद के माध्यम से ही देशवासियों के सवालों का उत्तर मिल सकता है और इन संवेदनशील विषयों पर प्रधानमंत्री की चुप्पी ठीक नहीं है।
गौरव गोगोई ने कहा, “हमने इस बैठक में अपनी बात रखी है। मैं चाहूंगा कि इस अहम सत्र में प्रधानमंत्री मोदी सदन के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करें। क्योंकि बहुत महत्वपूर्ण विषय हैं जो हम चाहेंगे कि इस सत्र में प्रारंभ में लिए जाएं।”
गौरव गोगोई ने आगे कहा कि काफी समय बीत चुका है और सरकार को अपनी चूक के ऊपर अपनी बात रखनी होगी। युद्ध के लिए हमने अपनी सेनाओं को पूरा समर्थन दिया। इसके पश्चात जो घटनाक्रम हुआ है, उस पर प्रधानमंत्री मोदी को प्रकाश डालना चाहिए। क्योंकि जो बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से आ रहे हैं, वे कहीं न कहीं भारत की गरीमा और सेना के शौर्य पर सवाल उठाता है।
उन्होंने कहा कि आज चुनाव आयोग विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ वार्तालाप करने से भी हिचकिचा रहा है। रक्षा और विदेश नीति पर बात रखना बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि मणिपुर में कुछ ही महीनों में शांति बहाल हो जाएगी। लेकिन लगभग ढाई वर्ष हो चुके हैं और वहां अभी तक शांति स्थापित नहीं हुई है।
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