नई दिल्ली : श्रीलंका में चक्रवात ‘दित्वा’ से हुई तबाही के बाद ऑपरेशन ‘सागर बंधु’ के तहत भारत की ओर से वायु सेना और नौसेना श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ मिलकर सहायता पहुंचा रही हैं। बाढ़ में फंसे भारतीयों समेत अन्य विदेशी नागरिकों को सुरक्षित निकालकर कोलंबो पहुंचाया गया है। कोलंबो के भंडारनायके इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फंसे भारतीय यात्रियों का आखिरी जत्था लेकर वायु सेना का विमान तिरुवनंतपुरम पहुंचा है। बचाए गए लोगों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाकर वायु योद्धाओं का अभिवादन किया।
कोलंबो के भंडारनायके इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फंसे भारतीय यात्रियों के एक जत्थे को हाई कमिश्नर संझा ने तिरुवनंतपुरम के लिए रवाना किया। विमान में चढ़ने से पूर्व यात्रियों ने ‘भारत माता की जय’ का उद्घोष किया। रविवार की रात 8 बजे तक 300 से ज्यादा भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट करके भारत वापस लाया गया। वायु सेना ने श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ मिलकर लैंडस्लाइड से प्रभावित कोटमाले इलाके में बड़े रेस्क्यू और लोगों को निकालने के मिशन चलाए, जो सड़क पर रुकावट की वजह से पूरी तरह से अलग-थलग है। पूरे दिन वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने 45 फंसे हुए लोगों को निकालकर सुरक्षित कोलंबो पहुंचाया, जिनमें 6 गंभीर रूप से घायल लोग और 4 बच्चे शामिल थे।
वायु सेना ने जमीन पर राहत काम को मजबूत करने के लिए रेस्क्यू और सफाई कार्यों में मदद के लिए 57 श्रीलंकाई सेना के जवानों को भी प्रभावित इलाके में पहुंचाया है। श्रीलंका के डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर के मुताबिक श्रीलंका में कम से कम 334 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 370 लोग लापता हैं। साइक्लोन से हुई तबाही के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित ज़िला कैंडी है, जहां 88 मौतें और 150 लोग लापता हैं। बडुल्ला में 71 मौतें, नुवारा एलिया में 68 मौतें और मटाले में 23 मौतों के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं। इस आपदा ने देशभर के 3,09,607 परिवारों के 11,18,929 लोगों को प्रभावित किया है। आपदा में 196,000 से ज्यादा लोग बेघर हुए हैं।
दरअसल, श्रीलंका के इतिहास की यह सबसे गंभीर प्राकृतिक आपदाओं में से एक है, जिसमें नदियों का जलस्तर बढ़ने से पूरे शहर जलमग्न हो गए हैं, प्रमुख पुल बह गए हैं और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा ढह गया है। इसलिए भारत ने ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ शुरू करके अपने पड़ोसी देश को राहत एवं बचाव ऑपरेशन में मदद की है। वायु सेना ने कोलंबो में भारी बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए 21 टन राहत सामग्री, 80 से ज्यादा एनडीआरएफ जवानों और 8 टन सामान पहुंचाया। भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस सुकन्या साइक्लोन प्रभावित समुदायों की मदद के लिए जरूरी राहत सामग्री लेकर त्रिंकोमाली पोर्ट पर पहुंचा है। ————-
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