नई दिल्ली : हाल ही में रांची में आयोजित दक्षिण एशियाई एथलेटिक्स सीनियर चैम्पियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली 18 वर्षीय एथलीट संजना सिंह और उनके कोच संदीप मान को डोपिंग उल्लंघन के चलते अस्थायी निलंबन का सामना करना पड़ा है। यह एक दुर्लभ मामला है, जिसमें एथलीट के साथ उसके कोच को भी सज़ा दी गई है।
संजना, जिन्होंने अक्टूबर में हुई प्रतियोगिता में महिलाओं की 1500 मीटर और 5000 मीटर रेस में स्वर्ण पदक जीते थे, उनके सैंपल में दो प्रतिबंधित स्टेरॉयड — मिथैंडीनोन और ऑक्सांड्रोलोन — पाए गए।
इसके बाद राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। 23 दिसंबर को 19 वर्ष की होने वाली संजना का नाम नाडा की वेबसाइट पर ताज़ा अपडेट में दर्ज किया गया है।
नाडा ने एक एथलेटिक्स कोच संदीप के खिलाफ भी कार्रवाई की है, जिन्हें “प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी या तस्करी के प्रयास” के आरोप में अस्थायी निलंबन दिया गया है। माना जा रहा है कि यह वही संदीप मान हैं, जिनके तहत संजना हरियाणा के रोहतक में प्रशिक्षण लेती हैं।
इसके अलावा, मध्य दूरी धावक हिमांशु राठी को भी मेफ़ेंटर्मिन नामक प्रतिबंधित उत्तेजक पदार्थ के लिए पॉजिटिव पाए जाने पर अस्थायी निलंबित किया गया है।
त्रिपल जम्पर शीना वार्की ने लिगैंड्रोल के उल्लंघन के मामले में ‘केस रेज़ोल्यूशन एग्रीमेंट’ के तहत 3 साल के प्रतिबंध को स्वीकार कर लिया है। केरल की 33 वर्षीय एथलीट ने इस वर्ष उत्तराखंड नेशनल गेम्स में रजत पदक जीता था।
एक अन्य एथलीट बसंती कुमारी, जिन्होंने 2025 वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में मैराथन में हिस्सा लिया था, उनके सैंपल में 19-नोरएंड्रोस्टेरोन पाया गया है।
वहीं, हाल ही में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले वेटलिफ्टर शंकर लोगेस्वरन को ड्रोस्टेनोलोन स्टेरॉयड के लिए पॉजिटिव पाए जाने पर अस्थायी निलंबन झेलना पड़ा है।
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