13,500 करोड़ रुपये के घोटालेबाज नीरव मोदी की तलाश में भारतीय एजेंसियां जब खाक छान रही थीं तब वह लंदन स्थित अपने ज्वेलरी स्टोर के करीब एक फ्लैट में आराम फरमा रहा था।खाक छान रही थीं एजेंसियां, आराम फरमा रहा था नीरव

इतना ही नहीं नीरव हाल के महीनों में चार बार ब्रिटेन आया और यहां से गया। जबकि फरवरी में भारत में उसका पासपोर्ट रद किया जा चुका है।

लंदन में रहने के दौरान वह ओल्ड बॉन्ड स्ट्रीट स्थित अपने ज्वेलरी बुटीक “नीरव मोदी” में भी आता रहा। यह ज्वेलरी शॉप पिछले हफ्ते बंद हुई है।

संडे टाइम्स ने एक भारतीय अधिकारी के हवाले से लिखा है कि ब्रिटेन को सुरक्षित पनाहगाह समझकर ही घोटालेबाज यहां आते हैं।

नीरव मोदी ने भी ब्रिटेन के सुरक्षित पनाहगाह होने का फायदा उठाया और भारत-ब्रिटेन के कूटनीतिक संबंधों को नुकसान पहुंचाया।

इस तरह के मामलों से यूरोपीय यूनियन से निकलने के बाद ब्रिटेन और भारत के व्यापारिक संबंध प्रभावित होंगे। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक से 13,500 करोड़ रुपये लेकर उन्हें न देने का आरोप है।

भारतीय अदालत ने दोनों की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किए हुए हैं। 23 फरवरी को भारत सरकार ने नीरव का पासपोर्ट रद कर दिया था। इंटरपोल और ब्रिटिश सरकार को इसकी सूचना दे दी।

लेकिन आधिकारिक रिकॉर्ड बताते हैं कि नीरव 15 मार्च को लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से हांगकांग गया और 28 मार्च को न्यूयॉर्क से वापस हीथ्रो एयरपोर्ट पहुंचा।

इसके तीन बाद 31 मार्च को उसने लंदन से पेरिस के लिए विमान पकड़ा। इसके बाद वह फिर ब्रिटेन वापस लौटा और 12 जून को वह यूरोस्टार ट्रेन के जरिये लंदन से बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स गया।

चर्चा है कि नीरव के पास कई पासपोर्ट हैं, जो नियमानुसार गलत हैं। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार नीरव ने ब्रिटेन में शरण मांगी है। ब्रिटिश गृह मंत्रालय ने उससे संबंधित कोई जानकारी देने से इन्कार कर दिया है।

केट विंसलेट ने पहनी थी नीरव की ज्वेलरी

ब्रिटेन में “नीरव मोदी” की डायमंड ज्वेलरी को 2016 में तब प्रसिद्धि मिली जब एक्ट्रेस केट विंसलेट उन्हें पहनकर ऑस्कर फंक्शन में शामिल हुईं। ब्रिटिश मॉडल रोजी हंटिंग्टन ह्विटली “नीरव मोदी” की ज्वेलरी का प्रचार करती हैं।

डीआरआइ ने नीरव को ईमेल के जरिये अरेस्ट वारंट तामील कराया

राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) ने नीरव मोदी के खिलाफ अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए उसके गिरफ्तारी वारंट को ईमेल के जरिये तामील करा दिया है।

भारत से भागे नीरव का ईमेल अकाउंट एक्टिव है। यह वारंट सूरत की एक अदालत ने जारी किया है। नीरव मोदी पर सीमा शुल्क की चोरी का आरोप है।

डीआरआइ ने मार्च में नीरव मोदी की फर्मों- फायरस्टार इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और राडाशीर ज्वेलरी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड की जांच शुरू की थी।

ये तीनों ही फर्म सूरत में स्थित हैं। इनके जरिये 52 करोड़ रुपये की कर चोरी का आरोप है।