गौरतलब है कि महाराष्ट्र में आरक्षण की मांग कर रहे मराठा राज्य में आर्थिक उदारीकरण चाहते हैं. उनका कहना है कि राज्य की नौकरियों में दूसरे समुदाय के लोगों का आधिपत्य है और उनके समुदाय के लोगों के पास कम सरकारी नौकरियां हैं. हालांकि महाराष्ट्र में मराठा कम्यूनिटी एक मजबूत और संपन्न कम्यूनिटी है. 32 फीसदी लोग इसी समुदाय से आते हैं. यह समुदाय राज्य में अपने स्तर पर पूरी तरह स्थापित है.