उन्होंने कहा, “कप्तान को अपने खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए. यह उसकी टीम है और केवल वहीं उनकी मानसिकता को बदल सकता है. कप्तान को अपने खिलाड़ियों के साथ बैठना होगा और उन्हें बताना होगा कि वह कर सकते हैं, ताकि वे खुद को साबित करके दिखाएं.”

गांगुली ने कहा कि कोहली को अपने खिलाड़ियों को समय देना चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि वे मैदान पर बिना किसी डर के खेलें. यह सच है कि अंतिम एकादश में लगातार बदलाव से खिलाड़ियों को यह डर महसूस होता है कि इतने वर्षो के बाद भी वे टीम प्रबंधन का विश्वास हासिल नहीं कर पा रहे हैं.