एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) के अध्यक्ष शेख अहमद अल-फहाद अल-अहमद अल-सबाह ने कहा है कि भारत को एशियाई खेलों की मेज़बानी तीसरी बार तभी मिल सकती है जब वो इसमें दिलचस्पी दिखाएगा.
भारत ने पहले एशियाई खेलों की 1951 में मेज़बानी की थी जिसका आयोजन दिल्ली में हुआ था. इसके बाद इसी शहर में 1982 में भी इन खेलों का आयोजन हुआ था. एशियाई खेलों के अलावा भारत ने एक बार 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन किया है. भारतीय ओलंपिक समिति (आईओए) ने 2014 एशियाई खेलों की मेज़बानी हासिल करने की कोशिश की थी, लेकिन कोरिया के इंचियोन से पिछड़ गया था.
शेख अहमद ने पत्रकारों से कहा, ‘भारत ने लंबे समय तब मेज़बानी का दावा पेश नहीं किया. पिछली बार जब उन्होंने ऐसा किया था तो वो इंचियोन से पिछड़ गए. अगर भारत निवेदन करेगा तो इसके लिए सामान्य प्रक्रिया है. हमें भारत की क्षमता के बारे में पता है. उन्होंने हमारे खेलों का दो बार आयोजन किया है. जब भी वो तैयार होंगे, हम भी तैयार होंगे.’
ओसीए अध्यक्ष ने कहा, ‘ख़ासकर राष्ट्रमंडल खेलों के बाद शायद वो अगले खेलों का आयोजन बहुत अच्छे से करना चाहते होंगे. जब भी दिल्ली, मुंबई या किसी अन्य शहर मेज़बानी का दावा करेगा तो हम उसका स्वागत करेंगे. भारत एशिया का यूनान है.’ उन्होंने भारत की तुलना यूनान से इसलिए की क्योंकि यूनान ने पहले ओलंपिक की मेज़बानी की थी. आईओए 2030 एशियाई खेलों और 2032 ओलंपिक की मेज़बानी के लिए बोली लगाने का इच्छुक है.
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