ललित गर्ग सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल करने की मांग वाली एक याचिका पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा गया था। यह मांग बिल्कुल प्रासंगिक एवं भारत के पारंपरिक …
Read More »Poonam Singh
सुप्रीम कोर्ट-इलाहाबाद हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी से मचा हड़कंप, पाकिस्तानी नंबर से आया मैसेज
देश में धमकी भरे कॉल और मैसेज आने का सिलसिला जारी है. अब सुप्रीम कोर्ट, इलाहाबाद हाईकोर्ट और प्रयागराज रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. ये धमकी सोमवार देर रात एक पाकिस्तानी नंबर से व्हाट्सएप मैसेज …
Read More »भगवान राम की सीख
वनवास के समय एक भीषण वन से गुजरते समय श्रीराम एक विकराल दैत्य को देखते हैं। इतना बड़ा कि वह सिंह, हाथियों, भैंसे आदि बड़े पशुओं को भी खाते हुए आगे बढ़ रहा है। संदेह न कीजिये, अधर्म का …
Read More »भागलपुर ने दी राष्टकवि दिनकर को ख्याति
कुमार कृष्णनकुमार कृष्णन भागलपुर से ही राष्टकवि रामधारी सिंह दिनकर को ख्याति मिली।इसे उन्होंने स्वयं स्वीकार किया है। उनके मुताबिक- ” 1933 में सुप्रसिद्ध इतिहासकार काशी प्रसाद जायसवाल नें भागलपुर में बिहार प्रादेशिक हिन्दी साहित्य सम्मेलन का सभापतित्व किया था।इसके …
Read More »कला शिक्षा की अहमियत
अम्बुज कुमार कला शिक्षा औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा का एक आवश्यक अंग है। कला के माध्यम से हम अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति प्रभावी एवं सशक्त तरीके से करते हैं। यह हमारी संस्कृति का निर्धारक तत्व है। यही कारण है …
Read More »दूसरों से भिन्नता प्रकट करने के लिए सबसे प्रथम और सुगम उपाय नाम
अशोक “प्रवृद्ध” किसी भी समाज का बाहरी स्वरुप होना नितान्त आवश्यक है, और प्रत्येक समाज का यह स्वयं करणीय कर्म अर्थात कार्य है कि वह अपने लक्षण (स्वरूप) का निर्धारण स्वयं करे, जो देखने वालों को दिखाई दे। उदहारण के …
Read More »अंत्योदय से सर्वोदय, राष्ट्रीय एकता, सुशासन को समर्पित होगा वर्ष 2025: मुख्यमंत्री
Lucknow : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में भावी कार्यक्रमों पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए प्रमुख दिशा-निर्देश…. आगामी वर्ष 2025 …
Read More »युवा शक्ति के प्रतीक एवं प्रेरणा-स्रोत आईपीएस मनुमुक्त ‘मानव’, जिन्हें एक दशक बाद भी भुला पाना संभव नहीं
*नियति* का यह कैसा दुखद विधान है कि विशिष्ट प्रतिभाओं को यहाँ अत्यल्प जीवन ही मिलता है। आदि शंकराचार्य से लेकर स्वामी विवेकानंद, स्वामी रामतीर्थ, श्रीनिवास रामानुजन, भारतेंदु हरिश्चंद्र और रांगेय राघव तक, एक लंबी सूची है ऐसे महापुरुषों की, …
Read More »*युवा शक्ति के प्रतीक एवं प्रेरणा-स्रोत आईपीएस मनुमुक्त ‘मानव’, जिन्हें एक दशक बाद भी भुला पाना संभव नहीं*
*नियति* का यह कैसा दुखद विधान है कि विशिष्ट प्रतिभाओं को यहाँ अत्यल्प जीवन ही मिलता है। आदि शंकराचार्य से लेकर स्वामी विवेकानंद, स्वामी रामतीर्थ, श्रीनिवास रामानुजन, भारतेंदु हरिश्चंद्र और रांगेय राघव तक, एक लंबी सूची है ऐसे महापुरुषों की, …
Read More »पुरुषों के अस्तित्व एवं सुरक्षा की मांग क्यों उठने लगी?
ललित गर्ग दुुनिया में अब महिला दिवस की भांति पुरुष दिवस प्रभावी रूप में बनाये जाने की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है। अब पुरुष भी अपने शोषण एवं उत्पीडित होने की बात उठा रहे हैं। महिलाओं की ही भांति …
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