अहमदाबाद : इंग्लैंड के युवा ऑलराउंडर और चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी सैम करेन ने कहा है कि उन्हें लगता है कि आईपीएल ने उन्हें बेहतर खिलाड़ी बनाया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आईपीएल खेलना बहुत शानदार अनुभव रहा। इंग्लैंड की टीम में वापस लौटे करेन ने कहा, ” पिछले साल यूएई में आईपीएल के दौरान मैंने अलग-अलग भूमिकाएं निभाईं और विभिन्न तरीकों से चुनौतियों का सामना किया, जिसका मैंने खूब आनंद लिया। मुझे लगता है कि यह मेरे लिए लाभदायक रहा। आईपीएल शानदार टूर्नामेंट है, हमारे जैसे खिलाड़ी आईपीएल में खेलना पसंद करते हैं। यहां प्रशंसकों की बहुत भीड़ होती है। वाकई भारत क्रिकेट खेलने के लिए उम्दा स्थान है। आईपीएल सर्वश्रेष्ठ टी-20 टूर्नामेंट है और हम खुश हैं कि टी-20 विश्व कप भी भारत में हो रहा है। इससे हमारी अच्छी तैयारी होगी और हमें यहां की परिस्थितियों में खेलने का अनुभव मिलेगा। मैं इसके लिए बहुत उत्साहित हूं।
करेन ने काम के दबाव और कोरोना वायरस के कारण बायो बबल (जैव सुरक्षित वातावरण) जैसी परेशानियों के बावजूद कहा कि अब भी उनका यही लक्ष्य है कि वह इंग्लैंड के लिए क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में खेलें। उन्होंने उम्मीद जताई कि वैक्सीन के विस्तार से आगामी महीनों, खासतौर पर 2021-22 की एशेज श्रृंखला में पाबंदियों में कुछ छूट मिलेगी। करेन ने इंग्लैंड की रोटेशन पॉलिसी के बारे में कहा, व्यक्तिगत तौर पर मुझे यह पॉलिसी लाभदायक लगी, लेकिन खिलाड़ियों के नजरिए से देखें तो बायो बबल (जैव सुरक्षित वातावरण) काफी मुश्किल है। लंबे समय तक अकेले रहना पड़ता है। आराम के बाद जब वापस आया तो मैंने खुद को तरोताजा महसूस किया। बेशक भारत मजबूत टीम है, लेकिन इतनी ज्यादा क्रिकेट और बायो बबल के कारण इंग्लैंड का रुख स्पष्ट है कि वह अपने खिलाड़ियों को इसमें नहीं झौंकेगा। टीम प्रबंधन खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से तरोताजा रखना चाहता है।
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