गोड्डा। झारखंड के गोड्डा जिले में कुएं की सफाई करने उतरा बच्चा जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गया। बाद में उसे बचाने एक के बाद उतरे 5 अन्य लोग भी जहरीली गैस में आ गए। आरंभिक जानकारी के मुताबिक 1 व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 5 अन्य लोग घायल हैं। पूरा मामला गोड्डा जिला के ललमटिया थानाक्षेत्र अंतर्गत राजमहल कोल परियोजना इलाका के डंपिंग भोड़ाई का है। बताया जाता है कि सबसे पहले नाबालिग अपने घर के आंगन में बने कुएं में सफाई करने के लिए उतरा था जहां वह जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गया।
12 वर्षीय मकसूद अंसारी की मौत हो गई
हादसे में मृत बच्चे की पहचान 12 वर्षीय मकसूद अंसारी के रूप में की गई है। हादसे में बेहोश हुए अन्य 5 लोगों को महागामा रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में से एक मोहम्मद शाहिद की स्थिति गंभीर है इसलिए उसे सदर अस्पताल गोड्डा रेफर किया गया। अन्य घायलों में 19 वर्षीय मुबारक अंसारी और 40 वर्षीय इब्राहिम अंसारी है। घटना को लेकर ग्रामीणों का अलग-अलग दावा है। कुछ लोगों का मानना है कि बच्चा करंट लगने के बाद कुएं में गिर गया वहीं अन्य लोग मानते हैं कि सूखा कुआं जहरीली गैस से भरा था और इसी की चपेट में आकर यह दुखद हादसा हुआ।
ग्रामीणों ने बताया कि 30 फीट गहरे इस सूखे कुएं की सफाई के लिए सबसे पहले 12 वर्षीय मकसूद अंसारी उतरा था। तल पर पहुंचते ही वह बेहोश हो गए। उसे बचाने एक के बाद एक 5 लोग कुएं में उतरे और सभी बेहोश हो गए।
कुएं में सफाई के लिए उतरा था बच्चा
स्थानीय लोगों ने बताया कि भोड़ाई गांव में एक नाबालिग बच्चा अपने घर के आंगन में बने कुएं की सफाई करने के लिए उतरा था। जब काफी देर तक बाहर नहीं आया तो लोगों को लगा वह डूब रहा है। उसे बचाने एक और लड़का कुएं में उतरा लेकिन उतरते ही बेहोश हो गया। इस प्रकार एक के बाद एक बारी-बारी से 4 अन्य लोग कुएं में उतरे और सब बेहोश हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही अफरा-तफरी मच गई। गांव के लोग कुएं के आसपास जमा हो गए लेकिन किसी की भी कुएं में उतरने की हिम्मत नहीं हुई। स्थानीय लोगों ने बताया कि रेस्क्यू टीम को सूचना दी गई लेकिन उधर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। बाद में ग्रामीणों ने ही रस्सी के सहारे कुएं में बेहोश पड़े लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती करवाया।
कोयला खदान वाले इलाके में हुआ हादसा
गौरतलब है कि जिस इलाके में यह घटना घटी है वहां कोयले की बहुत बड़ी खुली खदान है। कुछ हिस्सों में भूतल पर आग लगने की घटनाएं भी होती है। चूंकि वहां कोयला खदान है इसलिए जमीन के नीचे विभिन्न प्रकार की गैसों की मौजूदगी से इनकार नहीं किया जा सकता। कुछ लोगों का कहना है कि संभवत उस गहरे कुएं में कॉर्बन मोनोऑक्साइड रही हो जिसकी चपेट में आकर बारी-बारी से 6 लोग बेहोश हो गए। समाचार लिखे जाने तक घायलों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। सभी की हालत नाजुक है।
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