चंडीगढ़। हरियाणा में करीब साढ़े चार साल से जारी सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा गठबंधन पर संकट आ गया है। लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर शुरू हुई खींचतान ने सोमवार देररात गंभीर रूप ले लिया। जजपा नेता एवं उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से कल दोपहर सीट बंटवारे पर बैठक हुई थी। बैठक में बात सिरे नहीं चढ़ सकी। जजपा इस चुनाव में भाजपा से दो सीटों की मांग कर रही है, जबकि भाजपा केवल एक सीट देने की बात कर रही है।
भाजपा ने दुष्यंत चौटाला के सामने खुद चुनाव लड़ने तथा अपनी मां को सरकार में शामिल करने का प्रस्ताव भी रखा। इस पर भी सहमति नहीं बन पाई। सोमवार रात करीब 11ः30 बजे सरकार ने भाजपा तथा सभी निर्दलीय विधायकों को चंडीगढ़ पहुंचने के लिए कहा। आज सुबह निर्दलीय विधायक मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री से मिले।
निर्दलीय कोटे से मंत्री चौधरी रणजीत सिंह पहले से ही मुख्यमंत्री आवास पर मौजूद थे। तेजी से बदले घटनाक्रम के बाद अब मुख्यमंत्री भाजपा विधायकों से बैठक करेंगे। इस बैठक के बाद ही गठबंधन के जारी रखने या तोड़ने को लेकर औपचारिक ऐलान होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने के बाद निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत, हलोपा विधायक गोपाल कांडा तथा अन्य ने कहा कि गठबंधन को तोड़ना प्रदेश के हित में है। सभी विधायक सरकार के साथ हैं। सरकार को किसी प्रकार का खतरा नहीं है।
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal