इंदौर : देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अंगदान के क्षेत्र में भी पीछे नहीं है। मध्य प्रदेश के इस शहर ने एक बार फिर मानवीय संवेदनाओं की मिसाल कायम करते हुए अंगदान के क्षेत्र में इतिहास रच दिया। बुधवार को 64वां ग्रीन कॉरिडोर बना। उज्जैन के 69 वर्षीय ब्रेन डेड घोषित मरीज के अंगों को ग्रीन कॉरिडोर के जरिए दूसरे अस्पताल भेजा गया, जहां उनके अंगदान से दो मरीजों को नया जीवन मिला।
दरअसल, उज्जैन में 69 वर्षीय तुलसीराम रावल को ब्रेन हेमरेज हो गया था, जिसके बाद उन्हें उज्जैन के पाटीदार अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उन्हें ब्रेन डेड घोषित किया गया। डॉक्टर ने ब्रेन डेथ की जानकारी परिवार को दी। इसके बाद परिवार ने मानवता दिखाते हुए अंगदान का निर्णय लिया और ‘मुस्कान ग्रुप’ से संपर्क किया।
मुस्कान ग्रुप के सेवादार जीतू बगानी ने बताया कि उज्जैन निवासी तुलसीराम रावल (69) को ब्रेन डेथ घोषित होने के बाद 16 जून को इंदौर लाया गया और यहां सीएचएल अस्पताल में अंगदान की प्रक्रिया शुरू की गई। चार चिकित्सक दलों की ब्रेन डेथ सर्टिफिकेशन कमेटी ने रोगी का प्रथम ब्रेन डेथ 17 जून सुबह 10:35 तथा द्वितीय ब्रेन डेथ सर्टिफिकेशन शाम 5:30 पर पूरा किया। इसके बाद 18 जून की सुबह 9 बजे अंगों को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।
उन्होंने बताया कि रावल की एक किडनी सीएचएल केयर हॉस्पिटल में भर्ती 45 वर्षीय मरीज को दी गई, जबकि दूसरी किडनी चोइथराम हॉस्पिटल में 54 वर्षीय मरीज को ट्रांसप्लांट की गई। लिवर प्रत्यारोपण की योजना जुपिटर हॉस्पिटल के लिए बनाई गई थी, लेकिन मेल न होने के कारण यह प्रक्रिया रद्द कर दी गई। इस प्रक्रिया में सांसद शंकर लालवानी, संभाग आयुक्त दीपक सिंह, इंदौर सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के सचिव एवं एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. अरविंद घनघोरिया, संस्थापक सचिव डॉ. संजय दीक्षित लगातार मॉनिटरिंग करते रहे। इसके अलावा सोटो मध्य प्रदेश के नोडल ऑफिसर डॉ. मनीष पुरोहित, निधि शर्मा, शुभम वर्मा ने भी समन्वय किया।
बगानी ने बताया कि मृतक तुलसीराम के बेटों संतोष और शैलेन्द्र ने अंगदान प्रक्रिया में सहयोग करने वाले राजेश पेड़वा, डॉ. सुरेंद्र सिंह परिहार, मोनिशा बगानी, डॉ. निखिलेश जैन, डॉ. शिव शंकर शर्मा, डॉ. सौरभ जुल्का, डॉ. विपिन शर्मा, संदीपन आर्य, लकी खत्री, जुगल नागपाल, राजेन्द्र माखीजा, जेठानंद जयसिंघानी, विशाल चंदानी, राजू धनवानी और तरुण रोचवानी का आभार व्यक्त किया है।————–