नई दिल्ली : लद्दाख हिंसा मामले में एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तारी पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह कदम सरकार की लापरवाही और असंवेदनशील रवैये को दर्शाता है।
खरगे ने एक्स पर लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस लद्दाख में सरकार द्वारा स्थिति से निपटने में की गई गंभीर चूक और उसके बाद सोनम वांगचुक की कठोर एनएसए के तहत गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती है। उन्होंने कहा कि इस पूरे संकट की जड़ लद्दाख के लोगों की आकांक्षाओं के साथ लगातार किया गया विश्वासघात है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एक साल से अधिक समय से लद्दाख में उथल-पुथल का माहौल है और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की जनता की मांग को धैर्यपूर्वक सुनने के बजाय मोदी सरकार हिंसा से जवाब दे रही है। भाजपा ने इस क्षेत्र को छठी अनुसूची का दर्जा देने का वादा किया था, लेकिन उसे पूरी तरह से नकार दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस लद्दाख में शांति और सौहार्द चाहती है। दशकों से कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया है कि यह सीमावर्ती क्षेत्र सुरक्षित और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित रहे। खरगे ने चार युवकों की मौत और कई अन्य लोगों के घायल होने की न्यायिक जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि लद्दाख में लोकतांत्रिक संस्थाओं और लोकतंत्र को पुनर्जीवित और बहाल करने की आवश्यकता है।