हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से पहले मुहूर्त देखना एक प्राचीन परंपरा है. विशेषकर शादी जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर लोग हमेशा सबसे उत्तम मुहूर्त का चुनाव करना चाहते हैं. सनातन परंपरा के अनुसार, चातुर्मास समाप्त होने के बाद देवउठनी एकादशी का पावन पर्व मनाया जाता है. इस दिन तुलसी विवाह की पूजा संपन्न होती है और उसके बाद विवाह के शुभ मुहूर्त मिलने शुरू होते हैं.
साल 2025 में देवउठनी एकादशी 01 नवंबर को मनाई जाएगी. काशी के ज्योतिष के अनुसार, इस दिन और इसके बाद आने वाले महीनों में विवाह के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त कब-कब मिलेंगे, आइए विस्तार से जानते हैं.
नवंबर 2025 के विवाह मुहूर्त
ज्योतिष के अनुसार, नवंबर महीने में विवाह के सबसे उत्तम मुहूर्त 18, 22, 23, 24, 25, 29 और 30 तारीख को रहेंगे. यह वे दिन हैं जब शादी करने से सभी धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से शुभ परिणाम मिलते हैं.
दिसंबर 2025 के विवाह मुहूर्त
यदि आप दिसंबर में चटमंगनी पट शादी करना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे उत्तम मुहूर्त केवल 4 और 5 दिसंबर को ही हैं. इन तारीखों पर विवाह करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है.
2026 के विवाह मुहूर्त
फरवरी 2026
यदि आपकी शादी 2026 में करने की योजना है, तो जनवरी में कोई विशेष शुभ मुहूर्त नहीं हैं. फरवरी से विवाह के उत्तम मुहूर्त शुरू होते हैं. फरवरी 2026 में विवाह के लिए 4, 5, 6, 7, 10, 11, 12, 13, 19, 20, 21, 24, 25 और 26 तारीखें सबसे उत्तम मानी जाती हैं. इस महीने में आपको विवाह के लिए कई विकल्प मिलते हैं.
मार्च 2026 में शादी के शुभ मुहूर्त
बसंती मौसम में विवाह की योजना रखने वालों के लिए मार्च 2026 में 4, 5, 6, 9, 10, 11, 12 और 15 तारीखें सबसे शुभ हैं.
विद्वान या ज्योतिष से लें सलाह
ज्योतिष के मुताबिक, चातुर्मास खत्म होने के बाद मिलने वाले इन मुहूर्तों में कुछ दिन और रात के होते हैं. इसलिए अंतिम निर्णय लेने से पहले किसी विद्वान या ज्योतिष से उचित सलाह अवश्य लें, ताकि शादी के दिन सभी शुभ परिणाम प्राप्त हों.
इस प्रकार, देवउठनी एकादशी के बाद से लेकर अगले साल मार्च 2026 तक विवाह के लिए कई उत्तम मुहूर्त उपलब्ध हैं, जिनके आधार पर आप अपनी शादी की योजना सफल और शुभ बना सकते हैं.