गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर काफी अरसे से बीमार हैं. बीमारी के बावजूद वह पूरे जोश-खरोश के साथ सरकार चला रहे हैं. बुधवार को उन्होंने राज्य का बजट पेश किया. विपक्षी दल कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह पूरे होश में हैं और उनमें ‘जोश’ भी बहुत है. उन्होंने राज्य विधानसभा में 2019-20 का राजस्व अधिशेष वाला बजट पेश किया.

गोवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश चोडांकर ने सोमवार को कहा था, “पहले होश में आओ, बाद में जोश की बात करो.” उन्हें जवाब देते हुए पर्रिकर ने बुधवार को कहा, “मैं जोश के साथ बजट पेश कर रहा हूं. मुझमें बहुत जोश है और पूरे होश में हूं.” उन्होंने कहा कि वह आखिरी सांस तक राज्य की सेवा करते रहेंगे.

कांग्रेस की ओर से तंज कसने के बाद पर्रिकर ने यह टिप्पणी की. हाल में कांग्रेस ने कहा था कि बीजेपी नेतृत्व वाली राज्य सरकार “धराशायी” हो गई है और राज्य पर कर्ज बढ़ता जा रहा है. अग्नाशय संबंधी बीमारी से जूझ रहे पर्रिकर ने बुधवार को विधानसभा में कुर्सी पर बैठकर बजट पेश किया. उनकी नाक में ट्यूब लगी हुई थी.
इसके बाद पर्रिकर ने बजट पेश किया, जिसमें बिजली खरीद सहित कुल बजटीय खर्च 19,548.69 करोड़ रखा गया है. यह पिछले साल की तुलना में 14.16 प्रतिशत अधिक है. वित्त वर्ष 2018-19 में कुल 17,123.98 करोड़ रुपये का व्यय बजट था. उन्होंने कहा, “राजस्व अधिशेष 455.10 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.”
पर्रिकर ने अपने भाषण में कहा कि कुल राजस्व व्यय 13,308.26 करोड़ रुपये जबकि कुल पूंजीगत व्यय 4,987.45 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. बजट पढ़ने के दौरान पर्रिकर की आवाज धीमी होने लगी तो विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत ने उन्हें बीच में रोका और बजट की प्रतियों को सदन के सदस्यों के बीच बंटवाने के लिए कहा. पर्रिकर ने कहा कि उनकी सरकार का कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, रोजगार, ढांचागत अवसंरचना और राज्य के सतत् आर्थिक विकास पर लगातार जोर रहेगा.
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