केरल के इडुक्की में 72 वर्षीय एक व्यक्ति ने अगस्त में आये बाढ़ के कारण ध्वस्त हो चुके अपने घर को फिर से बनाने के लिए अपना एक किडनी बेचने का प्रस्ताव दिया था और कहा था कि सरकार से मदद मिलने के सभी प्रयासों के विफल हो जाने के बाद उसने अवसाद के कारण यह कदम उठाया. हालांकि, टेलीविजन पर खबर दिखाये जाने के बाद केरल सरकार ने बुजुर्ग व्यक्ति को हर तरह का मदद करने का आश्वासन दिया है. जोसेफ ने कहा था कि वह एक किडनी बेचने के लिए तैयार है और उसे राज्य सरकार से प्रस्तावित 10,000 रुपये की सहायता भी नहीं मिली.
वह किसान है. हालांकि, पत्नी एलिस के साथ रह रहे जोसेफ ने कहा कि उसे मालूम था कि किडनी बेचना अवैध है लेकिन वह पंचायत अधिकारियों का ध्यान अपनी दुर्दशा की ओर खींचने के लिए बेताब थे जिन्होंने कथित तौर घूस की मांग की थी और उन्हें राहत देने से इंकार किया था. उन्होंने दावा किया कि उनकी पत्नी का तब मजाक उड़ाया गया था जब वह मदद मांगने के लिए अधिकारियों से मिलने गई थी.
टेलीविजन चैनलों के जोसेफ के टूटे हुये घर के सामने का हिस्सा दिखाये जाने के बाद केरल सरकार ने इडुक्की जिले में रहने वाले बुजुर्ग व्यक्ति को हर तरह की मदद का आश्वासन देने का प्रस्ताव दिया. विनाशकारी बाढ़ के कारण छह महीना पहले उनके घर की छत और दीवारों को नुकसान पहुंचा था. जोसेफ ने को बताया, ‘‘मुझे लगा कि आत्महत्या करना एक कायरतापूर्ण कार्य था और इसलिए उसने इसका सहारा नहीं लिया.
हालांकि, मुझे पता है कि किडनी बेचना अवैध है लेकिन मेरे पास दूसरा विकल्प नहीं था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारी दुर्दशा बताने के लिए भी था.’’ अधिकारियों ने अब दंपति की मदद के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है.
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