गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को गोमती नगर स्थित हाईकोर्ट परिसर में अवध बार एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित एक सेमिनार में कहा कि सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। सारी दुनिया भारत के ताकत को समझने लगी है। दुनिया में भारत के प्रति सोच बदली है। भारत की अर्थव्यवस्था नौवें पायदान से छलांग लगाकर पांचवें पायदान पर पहुंच चुकी है। वर्ष 2028-30 तक भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा।
राजनाथ सिंह ने कहा कि लॉ प्रोफेशन ओल्डेस्ट और नोवलेस्ट प्रोफेशन है। वकील समाजिक दायित्वों का निर्वाह ही करता है। इतिहास बताता है कि सामाजिक और शासकीय व्यवस्थाएं जब डीरेल होने लगती हैं तो अधिवक्ता समाज का प्रवक्ता बनकर सामने आता है। उन्होंने कहा कि हमारा ज्युडिशियल सिस्टम बहुत सशक्त है।
उन्होंने कहा कि भारत के जेलों में चार लाख लोग बंद हैं। इनमें बड़ी संख्या ऐसे बंदियों की है तय सजा से अधिक समय से बंद हैं। वह ऐसे बंदियों की रिहाई के लिये लॉ कमीशन से रिपोर्ट तैयार करने को कह चुके हैं। उन्होंने अवध बार के वकीलों की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। वहीं न्यायमूर्ति शबीहुल हसनैन ने कहा कि भारत में न्याय की अवधारण प्राचीन समय से महत्वपूर्ण रही है। महाधिवक्ता राघवेंद्र सिंह ने कहा कि न्यायपालिका की भूमिका सामाजिक परिवेश को देखते हुए, भिन्न-भिन्न समय पर बदलती रहती है। कार्यक्रम में प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक, अवध बार के अध्यक्ष एएम त्रिपाठी ने भी विचार व्यक्त किए।
कश्मीर में सारे एहतियात बरते जा रहे- गृहमंत्री
झूले लाल वाटिका में लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित करने के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलवामा की घटना के बाद आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो रही है। आगे ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए सावधानियां बरती जा रही हैं। प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि आतंकवाद बर्दाश्त नहीं होगा।
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