मुंबई : मुंबई महानगर पालिका (मनपा) की जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट शुक्रवार को मनपा आयुक्त को सौंप दी है। विजिलेंस विभाग ने हिमालय पादचारी पुल हादसे के लिए मनपा प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए दो अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, जबकि तीन अभियंताओं के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी किए हैं। विजिलेंस विभाग ने इस हादसे के लिए स्ट्रक्चरल ऑडिटर्स को भी ब्लैक लिस्ट में डालने और उसे पैनल लिस्ट से बाहर निकालने की सिफारिश की है। पुल की मरम्मत करने वाले ठेकेदार को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणविस के निर्देश के बाद मनपा आयुक्त अजोय मेहता ने विजिलेंस कमेटी को जांच का जिम्मा सौंपा था।
विजिलेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि कंसल्टेंट कंपनी ने पुल के निर्माण अवधि के बारे में मनपा प्रशासन को गुमराह किया था। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में हिमालय पुल को खतरनाक व जर्जर सूची में नहीं डाला और इसे अच्छा बताया था लेकिन 6 महीने में ही यह पुल गुरुवार को गिर गया। जांच में पाया गया कि ऑडिटर्स की सलाह के बाद मेसर्स आरपीएस इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को साल 2012-14 तक 2 साल के लिए स्ट्रक्चर मरम्मत का ठेका दिया गया था। मरम्मत कार्य के लिए ठेकेदार के पास पर्याप्त मानव बल और सुपरविजन क्षमता उपलब्ध नहीं थी। वर्ष 2013-14 और वर्ष 2017-18 में पुल की स्ट्रक्चरल ऑडिट की जांच का जिम्मा भी मनपा की थी लेकिन रिपोर्ट का सुपरविजन करने में लापरवाही बरती गई है।
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