नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को समाजसेवी, विचारक और प्रथम सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना करने वाले राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर याद किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, महान सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रसेवक नानाजी देशमुख को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। उन्होंने गांवों और किसानों के कल्याण के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। राष्ट्रनिर्माण में उनका योगदान देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत बना रहेगा। उन्होंने वीडियो संदेश में कहा, नानाजी देशमुख बेहद विनम्र, जमीन से जुड़े हुए और विचारधारा के प्रति समर्पित किंतु बाहरी दुनिया से हमेशा संवाद के लिए तत्पर रहना उनका व्यक्तित्व था। वे संगठन कौशल में तो माहिर थे ही और काम में भी उतना ही साफ-स्वच्छ काम करना उनकी आदत थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक अन्य वीडियो साझा कर जयप्रकाश नारायण को याद किया। उन्होंने लिखा, मां भारती के सच्चे सपूत लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जन्म-जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने स्वतंत्रता संघर्ष में अपना बहुमूल्य योगदान तो दिया ही, आजादी के बाद लोकतंत्र की रक्षा में भी अतुलनीय भूमिका निभाई। उनका त्याग और समर्पण हम सबके लिए सदा प्रेरणास्रोत रहेगा। उन्होंने वीडियो संदेश में कहा, लोकनायक जयप्रकाश आजादी के उस कालखंड में लोकनायक के रूप में युवा ह्दयों के लिए एक प्रेरणा का केंद्र बन गए। गुजरात में नर्मदा आंदोलन शुरू हुआ था, हम उससे जुड़े और उसके कारण जयप्रकाश जी के निकट आने का अवसर मिला। जयप्रकाश जी ने लगातार तीन दिन गुजरात में रहकर भ्रमण किया। उस दौरान मुझे भी उन कार्यक्रमों में व्यवस्था के तहत जाने का मौका मिला। उन्होंने देश के लिए अपने आप को खपाया।भिन्न-भिन्न विचारों से वह गुजरे थे, वह किसी एक विचार से नहीं बंधे थे।
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