प्रेस की आजादी पर हमले को लेकर पाकिस्तान एक बार फिर निशाने पर है. कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) ने बताया है कि पाकिस्तान के आव्रजन अधिकारियों ने इसके एशिया प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर स्टीवन बटलर को पाकिस्तान में दाखिल होने से रोक दिया.

पाकिस्तान में मीडिया अदालतों की स्थापना के सरकारी प्रस्ताव के खिलाफ बीते सितंबर में आवाज उठा चुकी संस्था ने अपने बयान में कहा, ‘बुधवार रात को पाकिस्तानी अधिकारियों ने सीपीजे एशिया प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर स्टीवन बटलर को देश में दाखिल होने से रोक दिया और इसकी वजह गृह मंत्रालय की एक काली सूची में बटलर के नाम के होने को बताया.’
सीपीजे के कार्यकारी निदेशक जोएल सिमन ने कहा कि बटलर के साथ हुई यह हरकत उन लोगों के मुंह पर एक तमाचा है जिनका संबंध देश में प्रेस की आजादी से है. पाकिस्तानी अधिकारियों को अपने फैसले की वजह बतानी चाहिए और इसमें सुधार करना चाहिए. बीते साल सीपीजे ने अपनी रिपोर्ट में उदाहरणों के साथ बताया था कि पाकिस्तान में प्रेस की आजादी लगातार कम हो रही है.
बयान में कहा गया है कि बटलर ने बताया कि लाहौर हवाईअड्डे पर एक अधिकारी ने कहा कि उनका पत्रकार वीजा तो वैध है लेकिन यह किसी काम का नहीं है क्योंकि उनका नाम गृह मंत्रालय की ‘स्टॉप लिस्ट’ में है. इसके बाद उनके पासपोर्ट को जब्त करते हुए उन्हें दोहा और फिर वहां से वाशिंगटन जाने वाली उड़ान में बिठा दिया गया.
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal