बिलासपुर (छत्तीसगढ़) : पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। देशभर में एटीएम क्लोन से फ्रॉड की घटना को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ लिया गया है। पुलिस ने एक मास्टरमाइंड सहित तीन अन्य आरोपितों को सोमवार की देर शाम अपनी गिरफ्त में लिया है। पुलिस ने मंगलवार को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 2018 से यह गिरोह सक्रिय था। आरोपितों से कई एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन और दो मोटरसाइकिल जब्त की गई है।
शहर में एटीएम कार्ड के माध्यम से फ्रॉड किए कई मामले सामने आ रहे थे, जिसे देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओपी शर्मा, सिविल लाइन थाना प्रभारी कलीम खान और साइबर सेल की एक संयुक्त टीम बनाकर कार्यवाही के निर्देश दिए थे। जिसके बाद से टीम ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए सीसीटीवी फुटेज और राज्य के अंदर अन्य जगहों पर हुए एटीएम क्लोनिंग कर फ्रॉड किए जाने की सूचना और एफआईआर पर नजर रखी। जिसके बाद कई संदिग्ध आरोपितों को पकड़ा गया। पुलिस ने बिलासपुर- मुंगेली-कोरबा -कवर्धा से क्लोन कर एटीएम से करीब 3 लाख 10 हज़ार रुपये आहरित करने के मामले का खुलासा किया है। वही राज्य की अन्य जगहों पर भी आरोपितों ने आम लोगों को लाखों की चपत लगाई थी। जिसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ।
पुलिस ने झारखंड, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश और बिहार के आरोपितों को पकड़ा है। इसमें झारखंड से अमित साहा और मोहम्मद इकराम राउरकेला उड़ीसा का रहने वाला है। वहीं टीपू सुल्तान और लक्की उड़ीसा और बाँदा उत्तरप्रदेश का रहने वाले है,ये शहर के बीच तालापारा में रहकर साजिश को अंजाम देते थे। सभी आरोपितों को पुलिस ने पकड़कर पूछताछ जारी रखी है। वही पुलिस के अनुसार पांच और अन्य आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है ।जिसमें गिरोह का मास्टरमाइंड भी शामिल है।
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