लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर उन्नाव रेप पीड़िता को लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल से एयरपोर्ट पहुंचाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार शाम को ग्रीन कॉरिडोर्य बनाया। लखनऊ पुलिस की मेहनत रंग लाई और करीब 24 किलोमीटर की दूरी को तय करने में एम्बुलेंस को महज 22 मिनट लगे। यहां से पीड़िता को एयर एम्बुलेंस से दिल्ली भेजा गया। एएसपी ट्रैफिक पूर्णेन्दु सिंह ने बताया कि उन्नाव रेप पीड़िता को शाम करीब 5 बजकर 56 मिनट पर एम्बुलेंस के जरिए सिविल अस्पताल से एयरपोर्ट के लिए रवाना किया गया है। गंभीर रूप से झुलसी रेप पीड़िता को ले जाने में काफी सावधानी बरती गई है। अचानक ब्रेक लगने से मरीज को दिक्कत न हो। इसके लिए रफ्तार को काफी संतुलित रखा गया। यह सुविधा बंगलुरु, कोच्ची, चेन्नई, मुम्बई, दिल्ली समेत कई अन्य शहरों में ऐसे कॉरिडोर की सुविधा दी जा चुकी है। लखनऊ में भी पहले कई मरीजों को ग्रीन कारीडोर एयरपोर्ट पहुंचाया गया है।इधर से गुजरी एम्बुलेंस, सौ से ज्यादा जवान रहे तैनात
सिविल अस्पताल से निकलकर एम्बुलेंस गोल्फ क्लब चौराहा, बंदरियाबाग चौराहा, कटाईपुल, अर्जुनगंज से अहिमामऊ और फिर शहीद पथ पहुंची। यहां से एम्बुलेंस रमाबाई ढाल, शहीद पथ होकर सीधे अमौसी एयरपोर्ट पहुंच गई। इस 24 किलोमीटर की दूरी को एम्बुलेंस ने महज 22 मिनट में तय किया। उन्नाव रेप पीड़िता को सिविल अस्पताल से अमौसी एयरपोर्ट तक सुरक्षित पहुंचाने में ट्रैफिक पुलिस के सौ से अधिक जवान जुटे थे। रास्ते भर में सामान्य यातायात को रोककर जवानों ने ए बुलेंस के लिए ग्रीन कारीडोर तैयार किया। इसके लिए एएसपी ट्रैफिक, सीओ ट्रैफिक के साथ ही तीन टीआई, 12 टीएसआई, 20 एचसीपी, 33 ट्रैफिक सिपाही और होमगार्ड के 30 जवान जुटे थे। इसके साथ ही स्थानीय थाने की फोर्स भी मदद के लिए मौजूद रही।
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