- उत्तर प्रदेश में कहीं कोई सुरक्षित नहीं, माननीय राज्यपाल चुप्पी तोडें
लखनऊ : नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि विकास का नीरव मोदी माडल देश हित में नहीं है। इसे रोका नहीं गया तो देश की आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने एक बातचीत में कहा है कि विकास के नीरव मोदी माडल से पहले निवेश का मतलब था कि उद्यमी अपना कैपिटल नए उद्यम में लगाएगा। नीरव मोदी माडल लागू होने के बाद निवेश का मतलब हो गया कि बैंकों से आम आदमी का जमा धन ले लीजिए और ऐश करिए। इसकी वजह से चरमरा गए बैकों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री ने 50 दिन में सब कुछ ठीक करने का वादा किया और लोगों के गोलक का पैसा भी बैकों में जमा करा लिया। इससे बैकों की हालत में कुछ सुधार तो हुआ लेकिन आम आदमी अपना पैसा होने के बाद भी पाई पाई को मोहताज हो गया। अब निवेश के नाम पर बैंकों में जमा जनता के इस धन को फिर से चहेते उद्यमियों को देने की तैयारी चल रही है। इसलिए विकास के इस नीरव मोदी माडल का हर स्तर पर विरोध होना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि प्रधानमंत्री जिन उद्यमियों को साथ लेकर देश विदेश घूम रहे हैं, जिन्हें देश के भाग्यविधाता के रूप में पेश कर रहे हैं, उनके और उनकी कम्पनियों के ऊपर भी बैकों का कर्ज है। प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह अपने मित्रों पर दवाब बनाएं कि पहले वे खुद को और अपनी कम्पनियों को कर्ज मुक्त करें और शपथ पत्र दें कि उन पर या उनकी कम्पनियों पर बैकों का कोई कर्ज नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने उत्तर प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था पर गम्भीर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि सूबे सरकार की हनक समाप्त हो गयी है। अब राजभवन के आसपास का इलाका भी सुरक्षित नहीं रहा। माननीय राज्यपाल जी फिर भी मौन हैं। उन्होंने माननीय राज्यपाल जी के इस मौन पर आश्चर्य व्यक्त किया है और आग्रह किया है कि वह सूबे की बदहाल कानून व्यवस्था पर अपनी चुप्पी तोड़ें।
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