गुवाहाटी : राज्य के वित्त आदि मामलों के मंत्री डॉ.हिमंत विश्वशर्मा ने शुक्रवार को कहा है कि यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) स्वाधीन गुट के साथ शांति वार्ता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 7 फरवरी को बातचीत करेंगे। उल्लेखनीय है कि 7 फरवरी को बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन मुख्यालय कोकराझाड़ में आयोजित एक समारोह में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी असम के दौरे पर पहुंच रहे हैं। डॉ.विश्वशर्मा ने कहा कि उल्फा सेनाध्यक्ष परेश बरुवा ने कहा है कि यदि केंद्र सरकार स्वाधीनता की शर्त को सामने रखकर बातचीत का प्रस्ताव रखती है तो उल्फा इसके लिए तैयार है। ऐसे संकेत गुरुवार को उल्फा के युद्धविरामी गुट के नेता अनूप चेतिया ने मीडिया को दिए हैं।
वित्तमंत्री विश्वशर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार 2024 तक असम, मणिपुर समेत पूरे पूर्वोत्तर के उग्रवादी संगठनों को शांति वार्ता की मेज में लाने की कोशिश में लगी हुई है। यह महत्वपूर्ण है कि डॉ विश्वशर्मा कह चुके हैं कि रंगाली बिहू के अवसर पर राज्य की जनता को खुशखबरी दी जाएगी। मंत्री डॉ. विश्वशर्मा ने कहा कि अब ऐसा लग रहा है कि परेश बरुवा शांति वार्ता के पक्षधर हैं। पूरी स्थिति पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की नजर है। बीते कुछ दिनों से उल्फा और केंद्र के बीच मध्यस्थता करने के लिए रेवती फूकन के वापस आने की भी चर्चा है। फूकन दो साल से भूमिगत हैं।
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