लखनऊ : एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने कानपुर देहात के डेरापुर तहसील में 32 बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में डीएम कानपुर देहात द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं करने के संबंध में लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा के समक्ष परिवाद प्रस्तुत किया है। अपने परिवाद में नूतन ने कहा कि इस मामले में 03 एसडीएम की एक जांच समिति ने जांच के बाद अपनी आख्या दिनांक 7 जून 2012 द्वारा पाया था कि पूर्व राज्यमंत्री स्तर के नेता सतीश पाल ने राजस्व कर्मियों के साथ आपराधिक षडयंत्र कर राजस्व अभिलेखों में कूटरचना कर उक्त भूमि अपने नाम लिखवा ली थी।
इस जांच आख्या के आधार पर एसडीएम डेरापुर ने सतीश पाल एवं अन्य के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाया था जिसमे आरोपपत्र भेजा गया जिसपर सीजेएम कानपुर देहात ने नवम्बर 2017 में आरोप विचारित किया, जो वर्तमान में ट्रायल पर है। इसके बाद भी डीएम कानपुर देहात राकेश कुमार सिंह ने इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की और आज भी वह जमीन सतीश पाल के कब्जे में है, जो उस पर अवैध ढंग से प्लॉटिंग कर बेचने का प्रयास कर रहे हैं। नूतन ने कहा कि इतने स्पष्ट जाँच आख्या एवं संस्तुतियों के बाद भी अब तक किसी भी जिलाधिकारी, मुरादाबाद ने इस सम्बन्ध में कोई कार्यवाही नहीं है। यहां तक कि शासन द्वारा बार-बार निर्देश के बाद भी इस प्रकरण को नज़रंदाज़ किया गया है। अतः नूतन ने जांच आख्या के निष्कर्षों के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं करने के संबंध में डीएम कनौर देहात सहित अन्य समस्त उत्तरदायी राजस्व अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है।
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