लखनऊ। महोबा के पूर्व पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार पर वसूली का आरोप लगाने वाले व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या को लेकर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हो गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि महोबा के ‘इंद्रकांत त्रिपाठी सरकारी हत्याकांड’ में दिखावटी सस्पेंशन की लीपापोती न करके सरकार गिरफ्तारी करे। आरोपित पुलिस कप्तान व डीएम के खिलाफ इतनी ढिलाई क्यों? पुलिस किस अधिकार से जन प्रतिनिधियों को जनता से मिलने व उनके मुद्दे उठाने से रोक रही है? क्या कोई हिस्सेदारी है? अखिलेश ने इससे पहले भी सरकार पर इस मामले को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में व्याप्त भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वाले व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की हत्या ने साबित कर दिया है कि शासन की ‘ठोको नीति’, पुलिस-प्रशासन के ‘फेक एनकाउंटर’, विपक्षी राजनीतिज्ञों के ऊपर ‘झूठे मुकदमों’ की भाजपाई नीति से उप्र किस गर्त में चला गया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों की सुपारी दिलवा रहे अपफसर -प्रियंका
वहीं कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि महोबा के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या पूरी उप्र सरकार की कार्यशैली पर सवाल है। बीजेपी सरकार में अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है। और अब इस सरकार के अफसर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों की सुपारी दिलवा रहे हैं। जंगलराज का भयावह रूप है ये। महोबा के क्रशर व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने वीडियो वायरल कर पूर्व पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार पर रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। इस मामले में पाटीदार के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 और 120बी के तहत केस दर्ज है। इसके बाद इंद्रकांत को गोली मार दी गई थी। इलाज के दौरान इंद्रकांत की मौत हो गई। इंद्रकांत का शव सोमवार को परिजनों को सौंपा गया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में उनकी शव यात्रा निकली और अंतिम संस्कार किया गया।
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