फ्रांस की राजधानी पेरिस में हो रही फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक का आज तीसरा और आखिरी दिन है. इस बैठक में पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डालने पर फैसला हो सकता है. पाकिस्तान अपनी धरती से आतंकी गतिविधियों को रोकने में नाकाम रहा है. पाकिस्तान की ओर से आतंकी संगठनों और संयुक्त राष्ट्र की तरफ से घोषित आतंकवादियों को सुरक्षित वातावरण मुहैया कराना जाना जारी है.
अभी ग्रे-लिस्ट में है पाकिस्तान
वादा करने के बावजूद पाकिस्तान ने अनडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, जैश-ए-मोहम्मद के सरगना और मुंबई हमले के मुख्य आरोपी हाफिज सईद और जकीउर रहमान लखवी जैसे आतंकियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. पाकिस्तान अभी ग्रे-लिस्ट में है.
एफएटीएफ की अपनी प्रक्रिया और नियम हैं- श्रीवास्तव
एफएटीएफ की तीन दिवसीय आनलाइन बैठक बुधवार को शुरू हुई थी, जिसमें वह पाकिस्तान द्वारा आतंकी समूहों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की समीक्षा कर रहा है. एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान को काली सूची में डाले जाने की संभावना पर सवाल किये जाने पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी कार्रवाई के लिए एफएटीएफ की अपनी प्रक्रिया और नियम हैं.
पाकिस्तान ने अभी तक 27 में से 21 पैमानों पर ही कार्रवाई की
अनुराग श्रीवास्तव ने बताया, ‘’पेरिस में एफएटीएफ की प्लेनेरी मीटिंग चल रही है, जिसमें पाकिस्तान के मामले पर भी विचार किया जाना है.’’ उन्होंने बताया, ‘’पाकिस्तान ने अभी तक 27 में से 21 पैमानों पर ही कार्रवाई की है. छह महत्वपूर्ण मुद्दों पर उसने कोई कार्रवाई नहीं की है. इसमें आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह देने के साथ ही मसूद, हाफिज सईद, दाऊद और लखवी जैसी आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न किया जाना शामिल है.’’
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