गाजीपुर। फ्रांस में कार्टूनिस्ट द्वारा तथाकथित धार्मिक कार्टून बनाए जाने के बाद इस्लामिक आतंकवाद के समर्थन में उक्त कार्टूनिस्ट की हत्या के बाद विश्व समुदाय में आतंकवाद के धर्म को लेकर जायज और नाजायज की बहस शुरू हो गई। ऐसे में देश के प्रख्यात कवि मुनव्वर राणा द्वारा कार्टूनिस्ट के हत्यारे के पक्ष में बयान दे दिया गया, जिसमें उनके द्वारा चित्र बनाए जाने को लेकर भावना आहत होने पर हत्या तक कर देने की बात कही गई। उनके इस बयान पूर्वांचल के चर्चित नवागत कवि पंकज “प्रखर” ने अपनी पंक्तियों के माध्यम से मुनव्वर राणा को आईना दिखाने का काम किया। उन्होंने स्पष्ट सवाल पूछा है कि फ्रांस में बने कार्टून से आप इतने विचलित हुए की हत्या कर सकते हैं। ऐसे में मां भारती व हिंदी देवी देवताओं के अश्लील चित्र बनाने वाले दिवंगत चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन पर आपने कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई, जिससे आपका कट्टरपंथी चेहरा उजागर हो गया है।
पंकज प्रखर ने कहा कि जिनका दावा है कि कोई उनके माँ बाप का कार्टून बनाएगा तो वे उसे मार देंगे। फ्रांस में बने कार्टून पर यहां गुस्सा जताने वालों को यह गुस्सा तब क्यों नहीं आया, जब मक़बूल फिदा हुसैन ने माँ भारती का नग्न चित्र बनाया था। क्या मातृभूमि का अनादर आपको अनादर नहीं लगा या जो आपके मजहब का है उसको सब जायज है। पंकज “प्रखर” ने चार पंक्तियों के माध्यम से कहा कि “खौफ की फसलों के पानी खाद में शामिल रहे। इंसानियत के कत्ल की बुनियाद में शामिल रहे । नाम पर अशआर के बस आपने नश्तर लिखे ।। आप शायर थे मगर जेहाद में शामिल रहे।।”
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