बॉडीगार्ड की बंदूक से खुद को मारी गोली, बॉडीगार्ड ने उदयपुर में किया अंतिम संस्कार
उदयपुर। अपनी सारी संपत्ति दान करने के बाद बॉडीगार्ड के साथ उदयपुर घूमने आए एक गुजराती व्यापारी ने आत्महत्या कर ली। उसने अपने ही बॉडीगार्ड की बंदूक आत्महत्या के लिए उपयोग में ली थी। मिले सुसाइड नोट में उसने इच्छा जताई थी कि उसका अंतिम संस्कार उसी का बॉडीगार्ड उदयपुर में ही करे। जिस पर उसका अंतिम संस्कार उसकी इच्छा के अनुसार कर दिया गया। पता चला है कि व्यापारी के माता—पिता, दोनों ने भी आत्महत्या की थी और उसके बाद वह मानसिक तनाव में चल रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार आत्महत्या करने वाले व्यापारी की पहचान 35 वर्षीय धवल पुत्र महेश भाई चावड़ा के रूप में हुई है। वह अहमदाबाद के गार्डन सिटी में रहता था। गत 28 मई को वह अपने बॉडी गार्ड रणजीत के साथ उदयपुर आया था। यहां ढीकली में पाश्र्वनाथ विला को उसने 21 मई तक के लिए बुक कराया हुआ था। वह उदयपुर घूमने निकला। रविवार सुबह विला की सफाई के दौरान सफाईकर्मी ने बॉडीगार्ड का सामान धवल के कमरे में रख दिया था। जिसके बाद धवल ने बॉडीगार्ड को पास ही मंदिर में दर्शन करने भेज दिया और पीछे से उसकी बंदूक अपने पास रख ली। उसके लौटने पर धवल ने उसे नशा मिला कोल्ड ड्रिंक पीने को दी। जिसे पीने के बाद बॉडीगार्ड अचेत हो गया और धवल ने उसकी बंदूक से खुद को गोली मार ली। शाम को बॉडीगार्ड उठा तो उसे एक सुसाइड नोट मिला। उसने पुलिस को सूचना दी तथा प्रतापनगर थाना पुलिस ने धवल के कमरे का दरवाजा तोड़ा तो वह उसका शव बाथरूम में मिला। पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद उसका शव नजदीकी परिजनों की सहमति पर बॉडीगार्ड के हवाले कर दिया, जिसने उसका अंतिम संस्कार उदयपुर में ही कर दिया।
पुलिस ने बताया कि धवल के पिता ने पिछले साल आत्महत्या कर ली थी, जबकि उनकी मां ने भी दो महीने पहले आत्महत्या की थी। जिसके बाद वह मानसिक रूप से तनाव में चल रहा था। उसने अपनी करोड़ों की संपत्ति दान में कर दी थी। बताया गया कि धवल और उसके पिता प्रोपर्टी कारोबारी थे और आर्थिक रूप से बेहद ही समृद्ध थे। उसने अपनी कार तथा अन्य बची संपत्ति बॉडीगार्ड को सौंपने की बात सुसाइड नोट में लिखी है।