छात्र-छात्राओं सरयू घाट पहुंचकर सरयू जी की आरती की

अयोध्याधाम। अखिल भारतीय शास्त्रीय स्पर्धा के तृतीय दिन दिनांक 20 मार्च 2024 को सार्वभौम संस्कृत उ.मा. विद्यालय में प्रात: 8:30 से मीमांसा भाषण, जैनबौद्ध भाषण, सांख्ययोग भाषण, वेदभाष्य भाषण, आयुर्वेद भाषण, भारतीय विज्ञान भाषण स्पर्धा, पुराणेहितास शलाका, साहित्य शलाका, काव्य शलाका, भारतीय गणित शलाका, शास्त्रार्थविचार (द्वितीय सोपान), भगवद्गीता कण्ठपाठ, सुभाषित कण्ठपाठ, शास्त्रार्थविचार (अन्तिम सोपान) सम्पन्न हुए। इसी तारतम्य में सायं 5:30 बजे सरयू घाट पहुंच कर सरयू आरती का आयोजन किया गया। इसमें भारत देश के विभिन्न स्थानों से आए हुए सभी छात्र-छात्राओं, विषय विशेषज्ञों, अधिकारियों, स्वयंसेवकों आदि ने सरयू घाट पहुंचकर सरयू जी की आरती की।

उपर्युक्त सभी प्रतियोगिताओं में देश विभिन्न स्थानों से आए हुए विषय विशेषज्ञों में से प्रमुख रूप से प्रो. कुप्पा विश्वनाथ शर्मा, तिरुपति; प्रो गनेश र्इश्वरभट्ट, श्रृंगेरी; श्री हरि रविराम धयगुडे, तिरुपति; डॉ. कुप्पा श्रीगुरुबिल्वेशशर्मा, वाराणसी; श्री पुष्करदेवपूजारि, बालुश्शेरी; प्रो राजाराम शुक्ल, वाराणसी; श्रीकृष्ण शास्त्री, सतारा; डॉ राजेश्वर विश्वास देशमुख, पुणे; प्रो. श्रीपादसुब्रह्मण्य शास्त्री, हैदराबाद; सि. हेच्. एस् नरसिंहमूर्ति, श्रृंगेरी; प्रो के र्इ मधुसूदन, गुरवायुरु परिसर; महामहोपाध्याय प्रो मणिद्रविड शास्त्री, डॉ. तुलसी जोशी, डा. विद्वान् रंगनाथ, चेन्नै; प्रो रणवीरनाथ भट्टाचार्य, प्रो. पीयूष कान्त दीक्षित, प्रो शीतला प्रसाद शुक्ल, प्रो रामनाथ झा, श्री के इ देवनाथन, श्री धरनेधरा पाडिचेरी, श्री सत्यधरा आचार्य कटटी, श्री अरुणाचार्य के, श्री सुधाकर आचार्य, श्री रामकृष्ण पेजाताय, डा राजेन्द्र इ, प्रो महाबलेश्वर भट्ट, प्रो गंगाधरन नार, डा भाग्यलता, पुणे; डा तिलक राय बीएलआर; डा दानिश रसल, पुणे; डा पराग जोशी, डा दिनकर महारथी, प्रो काशीनाथ नेपानी, डा गणपति भट, प्रो डोरबाला, डा जे रामकृष्ण, प्रो विश्वमूर्ति, डा साधु श्रुति, डा संतोष कुमार शुक्ल, डा नारायण मिश्र, प्रो महावीर अग्रवाल, वामश्री कृष्ण गणपति, पं वसन्त गाडिल, प्रो डीपी त्रिपाठी, प्रो. धर्मेन्द्र चतुर्वेदी, प्रो कृष्ण कुमार पाण्डे, प्रो सदाशिव द्विवेदी, प्रो गोपबन्‍धु मिश्र, प्रो पतंजलि मिश्र, प्रो सुधाकर मिश्र, वाराणसी, डा विटोभाचार्य, प्रो धनंजय पांडेय, सुधाकराचार्य यूएस, प्रो शत्रुघ्न त्रिपाठी, अरुणाचार्य, प्रो अमित कुमार शुक्ल, प्रो रामपूजन पांडेय, सत्यप्रमोदाचार्य, ब्रजभूषण ओझा, प्रियव्रतमिश्र, श्रीनिवासन आचार्य, प्रो नारायणाचार्य, प्रो सुब्रह्मण्यम आआइटी, मुम्बर्इ, प्रो राजाराम शुक्ल, पं सुधाकर आचार्य, डा रंगनाथ गणाचार्य, शुरथी एचके, डा विजयलक्ष्मी, बैंगलुरू, विदुषी अमृतावरसानी, विदुषी अर्पणा, अर्चना करनाथ, प्रो रामसुब्रह्मण्यम आआइटी, मुम्बर्इ, प्रो कृष्णमूर्ति शास्त्री चैन्नर्इ, प्रो ए वीनागसमपगी, बैंगलोर आदि तीनों दिनों की स्पर्धाओं में निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे। स्पर्घाओं का संचालन लखनऊ से प्रो मदन मोहन पाठक, प्रो. धनीन्द्र कुमार झा, डॉ गणेश शंकर विद्यार्थी, डॉ प्रफुल्ल गडपाल, डॉ गणेश टी पण्डित, डा. अमृता कौर आदि ने किया।

इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नर्इ दिल्ली से कुलपति प्रो. श्री निवास वरखेडी, कार्यक्रम अधिकारी प्रो. मधुकेश्वर भट्ट, लखनऊ परिसर के निदेशक एवं वरिष्ठ आचार्य प्रो. सर्वनारायण झा, प्रो. लोकमान्य मिश्र, प्रो. मदनमोहन पाठक, आचार्य प्रो. देवी प्रसाद द्विवेदी, आचार्य भारतभूषण त्रिपाठी, आचार्य धनीन्द्र कुमार झा, आचार्य गुरुचरण सिंह नेगी, आचार्य गणेश शंकर विद्यार्थी, डॉ. प्रफुल्ल गडपाल, डॉ. एस.पी सिंह, डॉ. चन्द्रश्री पाण्डेय, डॉ. स्वाती माजटा एवं केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के अनेक स्वयंसेवक कार्यक्रम में उपस्थ‍ित रहे।

इस कार्यक्रम में 28 राज्यों से चयनित होकर 500-600 प्रतिभागी अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन अयोध्याधाम में कर रहे हैं। कार्यक्रम में माननीय कुलपति श्रीनिवास वरखेडी जी एवं देश भर विभिन्न स्थलों से 95 निर्णायक एवं विशिष्ट अतिथि श्री अयोध्याधाम में हैं तथा वे समस्त स्पर्धाओं एवं शास्त्रार्थ स्पर्धाओं में उपस्थित होकर सभी स्पर्धाओं का सूक्ष्मता से सभी प्रतिभागियों की प्रतिभा पर अपनी दृष्टि रखकर निर्णायक की भूमिका निभा रहे हैं।

अखिल भारतीय शास्त्रीय स्पर्धा में उड़ीसा से 27, जम्मू एण्ड कश्मीर से 27, केरल से 23, राजस्थान से 33, उत्तर प्रदेश से 26, हिमाचल प्रदेश से 23, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ से 25, महाराष्ट्र से 22, त्रिपुरा से 19, उत्तराखण्ड से 20, दिल्ली से 20, हरियाणा, पंजाब से 17, बिहार झारखण्ड से 20, पश्चिम बंगाल से 21, गुजरात से 32, आन्ध्रप्रदेश तेलंगाना से 28, तलिनाडु पाण्डिचेरी से 29, असम मणिपुर नागालैण्ड से 14, गोवा से 8 इनके साथ 25 पुरुष एवं 08 महिला मार्गदर्शक एवं छात्र-छात्राएं इन स्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं।

दिनांक 21.3.2024 को प्रात: 6:00 बजे से शोभायात्रा, प्रातः 9 बजे से स्फूर्तिस्पर्धा और अपराह्ण 2.30 बजे से मणिरामदास छावनी ट्रस्ट के सत्संग भवन हाल में समापन समारोह का आयोजन किया जायगा। उक्त आयोजन में देश के विभि‍न्न राज्यों से आए सभी छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र दिया जायगा। स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक, रजत पदक, कास्य पदक प्राप्त छात्र-छात्राओं को मोमेण्टों, नगद राशि प्रदान की जायगी।

 

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