मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो वरिष्ठ विधायकों बाबूलाल गौर और सरताज सिंह के विधान सभा क्षेत्रों गोविंदपुरा और सिवनी-मालवा की सीटों पर घमासान मचा हुआ है. दोनों विधायकों को दो साल पहले मंत्री पद से निष्काषित कर दिया गया था. इस बार दोनों फिर से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं, लेकिन दोनों की ही सीटों पर संशय बना हुआ है.
दरअसल, खबरें आ रही थी कि गोविंदपुरा में कई अन्य नेता भी दावेदारी पेश कर रहे हैं, इस बीच बाबूलाल गौर ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि, उन्हें विश्वास है कि उन्हें ही टिकट मिलेगा. उन्होंने निर्दलीय लड़ने की आशंकाओं का भी खंडन कर दिया. इसके पहले उन्होंने यह कह कर सनसनी फैला दी थी कि, अगर पार्टी की ओर से उन्हें या उनकी बहू कृष्णा गौर को गोविंदपुरा से टिकट नहीं दिया गया तो वे और उनकी बहू अलग-अलग सीटों से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.
बाबूलाल के अलावा सिवनी-मालवा विधायक सरताज सिंह ने भी प्रेस वार्ता करते हुए कहा है कि, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से उनकी बातचीत हुई है. हालांकि उन्हें अभी टिकट मिलने की पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि तोमर ने उनकी बात उचित फोरम पर रखने का आश्वासन दिया है. निर्दलीय चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर सरताज सिंह कहा है कि, वे इस बारे में अभी अपने परिवार और कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श करेंगे, फिर कोई फैसला लेंगे.
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