काठमांडू : नेपाल में मानव तस्करी प्रकरण को लेकर विपक्षी दल संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रहे हैं। प्रमुख विपक्षी दल माओवादी का सत्ता पक्ष को समर्थन मिलने के बावजूद अन्य विपक्षी पार्टियां संसद की कार्रवाई का विरोध कर रही हैं। विपक्षी दल लगातार गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
नेपाल के रास्ते बड़े पैमाने पर मानव तस्करी होने और उसमें गृह मंत्रालय की भूमिका का खुलासा होने के बाद मंगलवार को भी नेपाल के विपक्षी दल राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के सांसदों ने वेल में खड़े होकर नारेबाजी की और संसद की कार्रवाई में बाधा पहुंचाई। लगातार नारेबाजी के बीच स्पीकर देवराज घिमिरे ने संसद की कार्रवाई को बुधवार दोपहर 1:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है।
संसद की कार्रवाई का अवरोध करने वाले विपक्षी दलों ने गृहमंत्री का इस्तीफा और इस मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन की मांग है। राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के प्रमुख सचेतक संतोष परियार ने आज संसद की कार्रवाई शुरू होते ही कहा कि जब तक गृह मंत्री अपने पद से इस्तीफा नहीं दे देते और सरकार इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय न्यायिक आयोग का गठन नहीं कर लेती है, तब तक सदन के भीतर उनका विरोध जारी रहेगा।
इसी तरह राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के प्रमुख सचेतक ज्ञानेंद्र शाही ने संसद में कहा कि माओवादी को अपने साथ मिला लेने से सदन की कार्रवाई सुचारू नहीं हो सकती है। उन्होंने सरकार को इस मामले में गंभीरता पूर्वक विचार करने और जल्द से जल्द न्यायिक आयोग का गठन करने की मांग की है।