PM Modi Address at SCO Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन- 2025 के दौरान अपना संबोधन दिया. पीएम मोदी ने सबसे पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का शानदार स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए आभार जताया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने उज्बेकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उसे बधाई और शुभकामनाएं दी. इससे पहले रविवार को किरगिस्तान का भी राष्ट्रीय दिवस था. जिसके लिए पीएम मोदी ने किरगिस्तान को भी बधाई और शुभकामनाएं दीं.
एससीओ के मंच से पीएम मोदी का संबोधन
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 24 वर्षों में एससीओ का पूरे यूरेशिया क्षेत्र के परिवार को जोड़ने में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने एक सक्रिय सदस्य के रूप में हमेशा एक सकारात्मक भूमिका निभाई है. पीएम ने कहा कि एससीओ को लेकर भारत की सोच और नीति तीन मुख्य स्तंभों पर आधारित हैं. पीएम मोदी ने इन स्तंभों का भी जिक्र किया. जिसमें एस- सिक्योरिटी, सी- कनेक्टिविटी और ओ- अपॉर्च्यूनिटी का जिक्र किया.
‘सुरक्षा, शांति और स्थिरता के लिए आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद चुनौती’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, सिक्योरिटी के बारे में मैं कहना चाहता हूं कि सुरक्षा, शांति और स्थिरता किसी भी देश के लिए आधार है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने आतंकवाद का भी मुद्दा उठाया. पीएम मोदी ने कहा कि लेकिन इसके रास्ते में आतंकवाद, अलगाववाद, और उग्रवाद बड़ी चुनौतियां हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद सिर्फ किसी की देश की सुरक्षा ही नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए एक साझा चुनौती है.
चार दशकों से आतंकवाद का दंश झेल रहा भारत- पीएम मोदी
पीएम ने कहा कि कोई देश, कोई समाज कोई नागरिक अपने आप को इससे सुरक्षित नहीं समझ सकता है. इसलिए आतंकवाद से लड़ाई में भारत ने एकजुटता पर बल दिया है. इसमें एससीओ की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसमें भारत ने ज्वाइंट इनफॉर्मेशन ऑपरेशन को लीड करते हुए अल-कायदा और इससे जुड़े आतंकी संगठनों से लड़ने की पहल की है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत पिछले चार दशकों से निर्मम आतंकवाद का दंश झेल रहा है. कितनी ही माताओं ने अपने बच्चे खोए और कितने बच्चे अनाथ हो गए.
पीएम मोदी ने पहलगाम हमले का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में हमने पहलगाम में आतंकवाद का बहुत ही घिनौना रूप देखा, इस दुख की घड़ी में जो मित्र देश हमारे साथ खड़े रहे मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि ये हमला केवल भारत की अंतरात्मा पर ही आधात नहीं था, बल्कि पूरी मानवता में विश्वास रखने वाले हर देश, हर व्यक्ति को खुली चुनौती थी.
‘आतंकवाद का हर रंग-रूप में विरोद करना मानवता के लिए हमारा दायित्व’
पीएम ने कहा कि ऐसे में सवाल उठना स्वभाविक है कि क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद का खुलेआम समर्थन हमें स्वाकार्य हो सकता है. पीएम मोदी ने कहा कि हमें स्पष्ट रूप से एक सुर में कहना होगा कि आतंकवाद पर कोई भी दोहरा मापदंड स्वीकार्य नहीं है. पीएम ने कहा कि मिलकर आतंकवाद का हर रंग में हर रूप में विरोध करना होगा. ये मानवता के प्रति हमारा दायित्व है.