Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए आतंकियों के जनाजे में शामिल आर्मी ऑफिसर्स की फोटो तो आपने देखी होगी. उन आर्मी ऑफिसर्स को जनाजे में किसने भेजा था, अब इसका नाम सामने आ गया है. आर्मी ऑफिसर्स को आतंकियों के जनाजे में खुद आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने भेजा था.
ये खुलासा आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने किया है. कश्मीरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कश्मीरी कह रहा है कि जनरल हेडक्वार्टर ने शहीदों को सम्मानित करने और अंतिम सलामी देने का आदेश दिया था. जनरल हेडक्वार्टर ने ही कोर कमांडरों से कहा था कि अधिकारी जनाजे के साथ चलें और वर्दी में उसकी सुरक्षा करने के लिए कहा गया है.
पाकिस्तान की खुली पोल
कश्मीरी ने खुलासा किया कि पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और बहावलपुर के आतंकी कैंपों के बीच संबंधों को छिपाने की पूरी कोशिश की. खास बात है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान बार-बार इंटरनेशनल मंचों पर दावा करता है कि उनके यहां कोई भी आतंकी कैंप नहीं चल रहा है. पाकिस्तान सरकार और सेना ने हमेशा बहावलपुर में जैश का कैंप होने से मना किया है.
कश्मीरी के बयान ने पाकिस्तानी सेना और सरकार के दावों को खारिज कर दिया है. कश्मीरी ने पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठनों के बीच जारी भाईचारे को भी दिखा दिया है.
पीएम मोदी को अंजाम भुगतने की धमकी
इसके पहले लश्कर-ए-तैयबा के उप प्रमुख सैफुल्लाह कसूरी की एक वीडियो सामने आई थी, वीडियो में उसने भारत और पीएम मोदी को धमकी दी है. कसूरी पहलगाम हमले के मास्टरमाइंडों में शामिल है. कसूरी ने अपनी वीडियो में खुलासा किया कि पाकिस्तानी सरकार और सेना उनके संगठन को मुरीदके में अपना हेडक्वार्टर बनाने के लिए फंडिंग कर रहा है. ये वही हेडक्वार्टर है, जिसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारतीय सेना ने ध्वस्त कर दिया था.