लखनऊ; आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शनिवार को कहा कि भाजपा सरकार सुनियोजित तरीके से धर्म और त्योहारों के नाम पर समाज में तनाव फैलाकर बेरोजगारी, किसानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और महंगाई जैसे असली मुद्दों को दबाने के लिए धर्म के नाम पर झगड़े का खेल चला रही है।
श्री सिंह ने शनिवार को एक बयान जारी कर यह बातें कहीं । उन्होंने कहा कि नौजवान पेपर लीक और रोजगार संकट के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रहे हैं, किसान बदहाली झेल रहे हैं और लद्दाख में पूर्ण राज्य की मांग उठाने वाले आंदोलनकारियों को दबाने के लिए प्रख्यात समाजसेवी सोनम वांगचुक को एनएसए जैसे कठोर कानून में कैद कर दिया गया, लेकिन इन सब मुद्दों पर चुप्पी साधकर भाजपा नए-नए धार्मिक विवाद खड़े करती है।
श्री सिंह ने कहा कि गोदी मीडिया भी अपने ‘बौद्धिक आतंकवाद’ से नफ़रत का ज़हर घोलने में लगा है ताकि जनता के असली सवाल दबे रह जाएं।
उन्होंने कहा कि आज धर्म समाज का प्रतीक नहीं रह गया बल्कि झगड़े का हथियार बना दिया गया है। ईद, बकरीद, होली, दिवाली, नवरात्र जैसे हर त्यौहार से पहले तनाव खड़ा कर दिया जाता है। भाजपा और तथाकथित धर्मगुरुओं की साझेदारी में चल रहे इस खेल का मकसद सिर्फ और सिर्फ जनता को गुमराह करना है। अगर जनता इस साजिश से सावधान नहीं हुई तो हिस्से में सिर्फ बर्बादी ही आएगी।
उन्होंने कहा, “ पूरी जिम्मेदारी के साथ मैं कह रहा हूं कि उत्तर प्रदेश में धर्म के नाम पर जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है, वह भाजपा सरकार की गहरी साजिश का हिस्सा है। यही नहीं, गोदी मीडिया भी जनता से जुड़े मुद्दे उठाने के बजाय नफ़रत फैलाने और झूठ परोसने में ही लगा है। यही मीडिया भोले-भाले लोगों के दिमाग में नफ़रत के बीज बोता है।”
संजय सिंह ने “आई लव मोहम्मद”, “आई लव महादेव” और अब “आई लव आदित्यनाथ” जैसे विवादों का उदाहरण देते हुए कहा कि कल को “आई लव मोदी” भी शुरू हो जाएगा। सवाल यह है कि – “आई लव मोहम्मद बोलिए, आई लव महादेव या आई लव जीसस, लेकिन इनके नाम पर झगड़े क्यों खड़े किए जाते हैं?”