कैराना नूरपुर चुनाव में खराब इवीएम वाले दर्जनभर बूथों पर रात 10 बजे तक चला मतदान

लखनऊ। कैराना लोकसभा उपचुनाव में क्षेत्र के ग्राम मुबारकपुर में दिन में ईवीएम की खराबी के चलते मतदान प्रभावित हुआ था। यहां शाम साढ़े छह बजे दोबारा मतदान शुरू हुआ। काफी मतदाता पहुंच गए जिस पर पीठासीन अधिकारी द्वारा जो लोग आठ बजे तक मतदान केंद्र तक पहुंच गए थे उनको पर्ची बनाकर दी गई। यहां रात करीब दस बजे तक मतदान हुआ। गंगोह के गांव बिलासपुर के बूथ नंबर 237 व 238 पर पर भी रात दस बजे तक वोटिंग हुई। तलसी, हरपाली व छावड़ी समेत आठ बूथों पर भी रात नौ से दस बजे तक मतदान हुआ। नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में भी दो बूथों पर रात 8 बजे तक वोटिंग हुई। इन बूथों पर ईवीएम में खराबी से मतदान प्रभावित हुआ था। इस संबंध में डीएम पीके पांडेय से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।

खराबी वीवीपैट की हंगामा ईवीएम का 

कैराना व नूरपुर के उपचुनाव में खराबी वीवीपैट की निकली, लेकिन दिन भर हंगामा ईवीएम को लेकर होता रहा। राजनीतिक दलों की शिकवा शिकायतों के बीच सायंकाल चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि खराबी वीवीपैट में थी। सिर्फ छह ईवीएम खराब होने की सूचनाएं प्राप्त हुईं हैं। आयोग के अनुसार कैराना संसदीय क्षेत्र में 54.17 फीसद मतदान और नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में 61 फीसद मतदान हुआ है। छिटपुट घटनाओं को छोड़ मतदान शांतिपूर्ण रहा।

कैराना-नूरपुर में मतदान शुरू होने के दो-तीन घंटे बाद ही राजनीतिक दलों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया। इनमें सत्ताधारी दल भाजपा से लेकर सपा व रालोद सभी थे। सपा और रालोद ने गड़बडिय़ों की सूची आयोग को भेजी तो भाजपा ने भी अपनी तरफ से एक सूची भेजी। चुनाव आयोग भी पल-पल की रिपोर्ट दोनों क्षेत्रों से लेता रहा।

मतदान समाप्ति के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने बताया कि गड़बड़ी ईवीएम में नहीं, बल्कि वीवीपैट में हुई है। उन्होंने बताया कि छह ईवीएम खराब होना सामान्य बात है, लेकिन 384 वीवीपैट खराब होना सामान्य से अधिक है। हालांकि चुनाव आयोग ने कुल 2056 पोलिंग बूथों के लिए 540 वीवीपैट का अतिरिक्त इंतजाम पहले से कर रखा था, इस वजह से परेशानी नहीं आई।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वीवीपैट खराबी की तकनीकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार भीषण गर्मी थी जिसके कारण वीवीपैट में लगे सेंसर ने काम करना बंद कर दिया। इस कारण वीवीपैट हैंग हो गईं। सभी जगह वीवीपैट बदलकर मतदान कराया गया। जहां दो घंटे से ज्यादा समय के लिए मतदान प्रभावित हुआ, वहां पुनर्मतदान कराया जाएगा। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों से रिपोर्ट मंगाई गई है। सभी जगह की रिपोर्ट आने के बाद पुनर्मतदान का फैसला होगा। उन्होंने बताया कि चुनाव के लिए कुल 2056 पोलिंग बूथों के लिए 2651 ईवीएम व 2596 वीवीपैट रखे गए थे। 

पिछले चुनाव की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत

कैराना संसदीय क्षेत्र
2014- 73.05
2018- 54.17

नूरपुर विधानसभा क्षेत्र

2017- 66.82
2018- 61.00

क्या है वीवीपैट

वोटर वेरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यानी वीवीपैट (वीवीपीएट)। यह एक ऐसी मशीन होती है जिसे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के साथ जोड़ा जाता है। मतदान करने के बाद इससे एक कागज की पर्ची निकलती है। इस पर्ची में जिसे वोट दिया गया हो उस उम्मीदवार का नाम और चुनाव चिह्न छपा होता है। यह व्यवस्था इसलिए है कि किसी तरह का विवाद होने पर ईवीएम में पड़े वोट के साथ पर्ची का मिलान किया जा सके। वीवीपैट में लगी शीशे के स्क्रीन पर यह पर्ची सात सेकंड तक दिखाई देती है। यह मशीन वर्ष 2013 में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने बनाई थी।

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