नई दिल्ली : केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को गाजियाबाद स्थित उत्तर भारतीय वस्त्र अनुसंधान संघ (निट्रा) का दौरा किया। गिरिराज सिंह ने निट्रा में स्थापित भारत की पहली मैनिकिन फ्लेम टेस्ट प्रणाली को औपचारिक रूप से राष्ट्र और उद्योग जगत को समर्पित किया।
वस्त्र मंत्रालय ने जारी एक बयान में बताया कि गिरिराज सिंह ने इस अवसर पर भारतीय वस्त्र अनुसंधान संघ (निट्रा) परिसर में उगाई जा रही मिल्कवीड (आक) की फसल का निरीक्षण किया। केंद्रीय मंत्री ने आक/मिल्कवीड पर निट्रा के अग्रणी अनुसंधान की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसमें वस्त्र क्षेत्र में क्रांति लाने की क्षमता है। सिंह ने यह भी बताया कि यह आधुनिक युग के रेशों में से एक है और निट्रा ने इस तकनीक को पहले ही कई प्रमुख कंपनियों को हस्तांतरित कर दिया है। इसे अपनाने के लिए अन्य कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने नव स्थापित मैनिकिन फ्लेम टेस्ट प्रणाली के बारे में कहा कि इससे न केवल कपड़ा उद्योग, बल्कि इस्पात, तेल, गैस, पेट्रोलियम, रेलवे और रसायन क्षेत्र को भी लाभ होगा। यह परीक्षण प्रणाली उच्च जोखिम वाले वातावरण में कामगारों के जीवन की रक्षा करने में मदद करेगी। गिरिराज सिंह ने उद्योगों से मिल्कवीड-आधारित और अधिक उत्पाद विकसित करने और भारत एवं विदेशों में निट्रा के अनुसंधान को आगे बढ़ाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर भारतीय वस्त्र अनुसंधान संघ के महानिदेशक डॉ. एमएस परमार ने कहा कि यह तकनीक सुरक्षात्मक कपड़ों के महत्व को मजबूत करती है और विभिन्न उद्योगों के लिए आवश्यक सुरक्षात्मक वस्त्र के सटीक प्रकार को निर्धारित करने में मदद करती है। मंत्रालय ने बताया कि सभी औद्योगिक क्षेत्रों को भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के तहत सुरक्षात्मक वस्त्र उत्कृष्टता केंद्र, निट्रा द्वारा प्रदान की जाने वाली मैनिकिन फ्लेम टेस्ट सुविधा और अन्य सेवाओं का उपयोग करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है।
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