‘NIA को बधाई, ये बड़ी सफलता है’, ISIS मॉड्यूल पर हुई कार्रवाई पर बोले राजनाथ सिंह

 राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार (27 दिंसबर) को आतंकवादी संगठन ISIS के नए आतंकी मॉड्यूल हरकत उल हर्ब-ए-इस्लाम का पता लगने पर उत्तर प्रदेश और दिल्ली में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी की है. एनआईए कार्रवाई कर पश्चिमी यूपी के गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा समेत कई राजधानी दिल्ली से 10 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी की इस कार्रवाई पर देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह एक बड़ी सफलता है और मैं आईएसआईएस मॉड्यूल का खुलासा करने के लिए एनआईए को बधाई देता हूं. 

 एनआईए द्वारा सभी पकड़े गए आरोपियों को गुरुवार को एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. एजेंसी का दावा है कि ये लोग दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य क्षेत्रों में नेताओं और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर आत्मघाती हमले और सिलसिलेवार विस्फोट करने की योजना बना रहे थे. इनके संबंध में चौंकाने वाली बात भी सामने आई है. इस आतंकी समूह में शामिल संदिग्‍ध मौलवी से लेकर छात्र तक शामिल हैं. इन सभी को आज दिल्‍‍‍ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा. इस दौरान जांच एजेंसी कोर्ट से इन लोगों की 2 हफ्ते की रिमांड मांग सकती है.

जांच एजेंसी एनआईए के महानिरीक्षक आलोक मित्तल ने बताया कि छापेमारी के दौरान देसी रॉकेट लांचर, आत्मघाती जैकेट के सामान और टाइम बम बनाने में प्रयुक्त होने वाली 112 अलार्म घड़ियां मिली हैं. उन्होंने बताया, ‘‘हमारे द्वारा बरामद 112 अलार्म घड़ियों से स्पष्ट है कि वह सिर्फ एक नहीं बल्कि बड़ी संख्या में बम बनाने की योजना बना रहे थे.’’ 

उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के विशेष सेल और उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते के साथ मिलकर दिल्ली के जाफराबाद और सीलमपुर में छह जगहों पर जबकि उत्तर प्रदेश में 11 जगहों पर छापेमारी की. उत्तर प्रदेश के अमरोहा में छह, लखनऊ में दो, हापुड़ में दो और मेरठ में दो जगहों पर छापेमारी की गई.

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में कथित मास्टर माइंड 29 वर्षीय मुफ्ती मोहम्मद सुहैल भी शामिल है. वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा का रहने वाला है. वह एक मस्जिद का मौलवी भी है. इसके अलावा नोएडा के एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाला इंजीनियरिंग का छात्र, दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक के तीसरे वर्ष का छात्र और दो वेल्डर भी गिरफ्तार किए गए हैं.

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोहों से पहले ये छापेमारियां की गई हैं जिसमें अमरोहा के एक मुफ्ती को भी गिरफ्तार किया गया है. मित्तल ने कहा कि सदस्य तैयारियों के अंतिम चरण के करीब थे. वे लोग बम बनाने में सफलता मिलने का इंतजार कर रहे थे और रिमोट नियंत्रित आईईडी और पाइप बम के जरिए विभिन्न जगहों पर विस्फोट करना चाहते थे. जरूरत पड़ने पर आत्मघाती जैकेटों का प्रयोग कर फिदायीन हमले भी करना चाहते थे.

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com